शहीद-ए-आजम का सपना था देश को ऊंचाइयों पर ले जाना - बेगमपुरा टाइगर फोर्स

होशियारपुर - शहीद भगत सिंह का सपना देश को बुलंदियों पर ले जाना था और इसी सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने शहादत का जाम पिया। शहीद भगत सिंह की विचारधारा समतामूलक समाज और सिद्धांतों पर आधारित थी। जिससे युवाओं को प्रेरणा लेने की जरूरत है। ये विचार बेगमपुरा टाइगर फोर्स के उग्रवादी और ढाका पंजाब के अध्यक्ष बीरपाल थारोली ने कुछ चार महिला पत्रकारों के साथ एक संक्षिप्त मुलाकात के दौरान व्यक्त किये। शहीद ए आजम भगत सिंह, राज गुरु और सुखदेव जी की शहादत हमें अन्याय और अत्याचार के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा देती रहेगी।

होशियारपुर - शहीद भगत सिंह का सपना देश को बुलंदियों पर ले जाना था और इसी सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने शहादत का जाम पिया। शहीद भगत सिंह की विचारधारा समतामूलक समाज और सिद्धांतों पर आधारित थी। जिससे युवाओं को प्रेरणा लेने की जरूरत है। ये विचार बेगमपुरा टाइगर फोर्स के उग्रवादी और ढाका पंजाब के अध्यक्ष बीरपाल थारोली ने कुछ चार महिला पत्रकारों के साथ एक संक्षिप्त मुलाकात के दौरान व्यक्त किये। शहीद ए आजम भगत सिंह, राज गुरु और सुखदेव जी की शहादत हमें अन्याय और अत्याचार के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा देती रहेगी। शहीद भगत सिंह के बलिदान को भारत का कोई भी नागरिक भूल नहीं सकता। उन्होंने कहा कि इन शहीदों के बलिदान के कारण ही हम आजादी की गर्मी का आनंद ले रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आइए हम सब मिलकर देश को गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अन्याय, भ्रूण हत्या और नशे जैसी बुराइयों से मुक्ति दिलाएं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान इन शहीदों ने कम उम्र में शहादत देकर देश को विदेशी साम्राज्यवाद से मुक्त कराया था। उन्होंने कहा कि पूरा देश सदैव अपने इस सच्चे सपूत का सेवक रहेगा। शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव जी सदैव युवाओं के लिए बिना स्वार्थ के देश सेवा के प्रेरणास्रोत बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव जी की शहादत से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए, ताकि समाज को सामाजिक बुराइयों से मुक्त कराकर शहीदों के सपनों को साकार किया जा सके। उन्होंने कहा कि शहीदों की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता और अगर समाज को शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव सिंह के सपनों का समाज बनाना है तो शहीदों के बताये रास्ते पर चलना होगा. उन्होंने कहा कि शहीद ए आजम भगत सिंह ने भारत को आजाद कराने के लिए कम उम्र में शहादत दी थी. जिससे उनके हृदय में भारत देश के प्रति अगाध प्रेम और सम्मान प्रकट हुआ। उन्होंने अंत में कहा कि आज समाज में नशाखोरी और अपराध जैसी घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है. जो चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि युवाओं को शहीदों को अपना आदर्श मानकर समाज को बुराईयों से मुक्त कराने में योगदान देना चाहिए, ताकि शहीदों के सपनों को साकार किया जा सके।