बसपा ने गढ़शंकर में किया विरोध प्रदर्शन, राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

पैग़ाम-ए-जगत गढ़शंकर, 18 जून 2025 – बहुजन समाज पार्टी ने आज गढ़शंकर में विरोध मार्च निकाला, जिसकी शुरुआत श्री खुरालगढ़ साहिब में माथा टेकने के बाद हुई। विरोध प्रदर्शन के बाद उपमंडल अधिकारी के माध्यम से पंजाब के माननीय राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया। विरोध मार्च के माध्यम से बसपा ने नूरपुर जट्टां में बाबा साहिब डॉ. अंबेडकर की मूर्ति के अपमान, श्री खुरालगढ़ साहिब में खुले शराब के ठेकों और पंजाब में चल रहे ड्रग माफिया के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की।

पैग़ाम-ए-जगत गढ़शंकर, 18 जून 2025 – बहुजन समाज पार्टी ने आज गढ़शंकर में विरोध मार्च निकाला, जिसकी शुरुआत श्री खुरालगढ़ साहिब में माथा टेकने के बाद हुई। विरोध प्रदर्शन के बाद उपमंडल अधिकारी के माध्यम से पंजाब के माननीय राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया। विरोध मार्च के माध्यम से बसपा ने नूरपुर जट्टां में बाबा साहिब डॉ. अंबेडकर की मूर्ति के अपमान, श्री खुरालगढ़ साहिब में खुले शराब के ठेकों और पंजाब में चल रहे ड्रग माफिया के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की।
ज्ञापन में बसपा ने साफ तौर पर कहा कि यह सिर्फ एक गांव की घटना नहीं है, बल्कि अमृतसर, जालंधर, बटाला, जगराओं और होशियारपुर में भी बाबा साहिब की मूर्तियों का अपमान किया गया है। अभी तक कोई न्याय नहीं हुआ है। बसपा ने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि पंजाब सरकार को न तो संवैधानिक चिंता है और न ही बहुजन समाज की धार्मिक भावनाओं का सम्मान है। 
श्री गुरु रविदास जी से जुड़े धार्मिक स्थल श्री खुरालगढ़ साहिब में भी शराब के ठेके खुले हुए हैं। इन दुकानों ने न केवल धार्मिक पवित्रता को भंग किया है, बल्कि इलाके में नशे की अनाधिकृत बिक्री को भी बढ़ावा दिया है। नशा माफिया के रूप में स्थिति को और खराब कर रहा यह नशा सरकार की विफलता का स्पष्ट संकेत है।
इसके साथ ही गढ़शंकर थाने में 16 व 17 अक्टूबर 2024 को दर्ज एफआईआर नंबर 161 व 163 को झूठा व परेशान करने वाला बताते हुए बसपा ने इन्हें रद्द करने तथा पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की।
बसपा ने राज्यपाल के माध्यम से संदेश दिया कि अगर बेअदबी के दोषियों को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया गया, श्री खुरालगढ़ साहिब में विक्रेताओं को बंद नहीं किया गया, नशा माफिया के काम बंद नहीं किए गए तथा एफआईआर रद्द नहीं की गई तथा पीड़ितों को न्याय नहीं दिया गया, तो बसपा पंजाब में "पंजाब बचाओ" आंदोलन के तहत बड़ा संघर्ष शुरू करेगी।