‘रक्तदान से कई अनमोल जिंदगियां बचाई जा सकती हैं’

नवांशहर- रक्तदान मानवता की सबसे बड़ी सेवा है, क्योंकि रक्तदान एक महादान है, जिससे कई अनमोल जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। यह विचार जिला खेल अधिकारी वंदना चौहान और एसबीआई के मैनेजर नवीन शर्मा ने आईटीआई नवांशहर में बीडीसी ब्लड सेंटर के सहयोग से चार साहिबजादों की बेमिसाल शहादत को समर्पित 26वें विशाल स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किए।

नवांशहर- रक्तदान मानवता की सबसे बड़ी सेवा है, क्योंकि रक्तदान एक महादान है, जिससे कई अनमोल जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। यह विचार जिला खेल अधिकारी वंदना चौहान और एसबीआई के मैनेजर नवीन शर्मा ने आईटीआई नवांशहर में बीडीसी ब्लड सेंटर के सहयोग से चार साहिबजादों की बेमिसाल शहादत को समर्पित 26वें विशाल स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किए। 
उन्होंने कहा कि रक्त की एक-एक बूंद अनमोल है और किसी भी मरते हुए व्यक्ति को जीवन दे सकती है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से किसी प्रकार की कमजोरी नहीं आती, बल्कि मन को संतुष्टि मिलती है कि हमने यह रक्तदान करके किसी जरूरतमंद व्यक्ति को जीवन दिया है। इसलिए हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा जीवन मानवता की सेवा के लिए समर्पित होना चाहिए और रक्तदान करके मानवता की सेवा में अपना योगदान दे सकते हैं। 
इस दौरान बड़ी संख्या में विद्यार्थियों और स्वयंसेवकों ने रक्तदान किया। संस्था के प्रिंसिपल ओंकार सिंह ने आए हुए सभी व्यक्तित्वों और रक्तदाताओं का धन्यवाद किया। इस अवसर पर प्रो. जे.एस. गिद्दा, अजय बग्गा और जोगा सिंह साधरा के अलावा आईटीआई का पूरा स्टाफ और विद्यार्थी बड़ी संख्या में मौजूद थे।