
मुख्यमंत्री ने गगरेट में 75.10 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया
गगरेट/ऊना 7 जून 2025- मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज ऊना जिला के दौलतपुर चौक में जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पांच साल के शासन के दौरान भाजपा डबल इंजन सरकार का ढिंढोरा पीटती रही, लेकिन प्रदेश के विकास में कोई खास योगदान नहीं दे पाई और केंद्र से कर्ज लेकर प्रदेश को वित्तीय संकट में धकेल दिया।
गगरेट/ऊना 7 जून 2025- मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज ऊना जिला के दौलतपुर चौक में जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पांच साल के शासन के दौरान भाजपा डबल इंजन सरकार का ढिंढोरा पीटती रही, लेकिन प्रदेश के विकास में कोई खास योगदान नहीं दे पाई और केंद्र से कर्ज लेकर प्रदेश को वित्तीय संकट में धकेल दिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार प्रदेश की जनता के सहयोग से अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कुछ कठोर निर्णय लेने के लिए कृतसंकल्प है।
मुख्यमंत्री ने दौलतपुर-भद्रकाली सड़क के शेष कार्य के लिए अतिरिक्त धनराशि देने की घोषणा की, जिस पर 15 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि गगरेट अस्पताल के नए भवन के शेष निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए आवश्यक धनराशि जारी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जनता को बताया कि होशियारपुर-नादौन फोरलेन सड़क परियोजना के लिए सर्वेक्षण कार्य पूरा हो चुका है और शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
उन्होंने आश्वासन दिया कि शिवबाड़ी मेले को जिला स्तरीय दर्जा दिया जाएगा। इसके अलावा, क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए दौलतपुर चौक और गगरेट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों के रिक्त पदों को जल्द ही भरा जाएगा। मुख्यमंत्री ने पेयजल की कमी के मुद्दे को दूर करने के लिए गगरेट विधानसभा क्षेत्र के जल-संकट वाले क्षेत्रों में ट्यूबवेल लगाने की भी घोषणा की। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हरोली में बल्क ड्रग पार्क की स्थापना के संबंध में कुछ चिंताएं थीं। हालांकि, पार्क का निर्माण अब जल्द ही शुरू होने वाला है।
पिछली सरकार की शिक्षा नीतियों की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के मामले में शीर्ष राज्यों में शुमार हिमाचल प्रदेश पिछली भाजपा सरकार की दोषपूर्ण नीतियों के कारण 21वें स्थान पर आ गया है। इसके परिणामस्वरूप छात्रों ने सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने में गिरावट दिखाई है। कई स्कूलों में अब कक्षा 5वीं से 12वीं तक छात्र-शिक्षक अनुपात कम है। वर्तमान सरकार ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्रों के बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए ऐसे स्कूलों को विलय करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने गर्व के साथ कहा कि आजादी के बाद पहली बार मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से हैं और नियमित रूप से पेयजल, सिंचाई और बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन में तेजी लाने पर चर्चा करते हैं। ऊना जिला राज्य का पहला सौर ऊर्जा संचालित जिला बन गया है। पेखूबेला में 32 मेगावाट, भंजाल में 5 मेगावाट और अघलौर में 10 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजनाएं रिकॉर्ड समय में पूरी हुई हैं।
इसके अतिरिक्त, 163 मेगावाट की संयुक्त क्षमता वाली परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं, जिनमें 500 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है। भविष्य में ऊना न केवल अपनी बिजली की मांगों को पूरा करेगा, बल्कि अन्य जिलों को भी बिजली की आपूर्ति करेगा। इसके अलावा, हरोली में एक अत्याधुनिक बल्क ड्रग पार्क बन रहा है, जो हजारों रोजगार के अवसर पैदा करेगा और ऊना की औद्योगिक उपस्थिति को काफी मजबूत करेगा।
भाजपा पर तीखा हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2022 के चुनावों से ठीक पहले पिछली भाजपा सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया। बिना किसी उचित योजना के करीब 600 स्कूल और स्वास्थ्य संस्थान खोले गए। 5,000 करोड़ रुपये की सार्वजनिक संपत्ति वितरित और बेची गई। चुनावी लाभ के लिए बड़े होटलों और कारखानों को 2,200 करोड़ रुपये की बिजली सब्सिडी और 800 करोड़ रुपये की पानी सब्सिडी दी गई, जिससे राज्य गंभीर वित्तीय संकट में आ गया है।
इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री ने गगरेट विधानसभा क्षेत्र में 75.10 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें पीएमजीएसवाई-III के तहत अंब-अंबोटा सड़क पर स्वां नदी पर 42.82 करोड़ रुपये की लागत से 400 मीटर लंबे बड़े पुल के निर्माण, पीएमजीएसवाई-III के तहत गगरेट से ओयल भावा तक तचरा, मवा सिंधियां, शिलांग और लोहारली खड्डों पर 2.70 करोड़ रुपये की लागत से चार पुलों के निर्माण की आधारशिला रखी।
उन्होंने 3.59 करोड़ रुपये की लागत से पिपलूह से अप्पर लोहारली तक जाडला खड्ड पर बनने वाले पुल, 6.46 करोड़ रुपये की लागत से राम मंदिर से बन्ने-दी-हट्टी वाया अप्पर अंदौरा, जट्टां-दा-बेहड़ा, अठवान सड़क पर मेटलिंग और टारिंग कार्य, 2.79 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय महाविद्यालय दौलतपुर चौक के अतिरिक्त भवन की आधारशिला भी रखी।
मुख्यमंत्री ने 2.27 करोड़ की लागत से निर्मित राजकीय बहुतकनीकी महाविद्यालय अम्बोटा की कार्यशाला का उद्घाटन किया, शिवपुर और बन्ने-दी-हट्टी में 1.85 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना, गोंदपुर बनेहरा में 1.03 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित समग्र उठाऊ पेयजल योजना, जल जीवन मिशन के तहत शिवबाड़ी में 1.08 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बहु-ग्राम पाइप पेयजल योजना का उद्घाटन किया।
उन्होंने नकरोह में 3.10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बहु-ग्राम पाइप पेयजल योजना, अमलेहड़ और भंजाल में 2.40 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बहु-ग्राम पाइप पेयजल योजनाओं का भी उद्घाटन किया। उन्होंने अप्पर अंदौरा में 1.05 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अंदौरा-1 में ट्यूबवेल सुधार कार्य, 1.02 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मवा सिंधियां और नकरोह में ट्यूबवेल सुधार कार्य तथा 1.05 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अंदौरा में ट्यूबवेल सुधार कार्य का भी लोकार्पण किया।
उन्होंने हिमाचल प्रदेश में पेयजल योजनाओं के लिए धनराशि जारी करने में देरी के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। राज्य को जहां 2000 करोड़ रुपये मिलने थे, वहीं अभी तक केवल 137 करोड़ रुपये ही स्वीकृत हुए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने हिस्से की राशि के लिए पुरजोर वकालत कर रही है और इस संबंध में दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊना राज्य में सबसे तेजी से विकास करने वाला जिला बनकर उभरा है और इसे राज्य के 'सोलर हब' के रूप में विकसित किया जा रहा है। स्थानीय विधायक राकेश कालिया ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए उनके निर्वाचन क्षेत्र में अनेक विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने विकास से संबंधित कई मांगें उठाईं, जिनमें गगरेट अस्पताल भवन के लिए अतिरिक्त धनराशि शामिल है, जिस पर सात करोड़ रुपये पहले ही खर्च किए जा चुके हैं और हाल ही में एक करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से शेष कार्य को पूरा करने के लिए अधिक धनराशि जारी करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने लोहारली और मुबारकपुर में 33 केवी सबस्टेशनों के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में तेजी लाने का अनुरोध किया। उन्होंने स्थानीय सड़कों के लिए बजटीय सहायता और शिवबाड़ी मेले को जिला स्तरीय दर्जा देने की भी मांग की। इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, विधायक सुदर्शन बबलू, एससी आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार, महाधिवक्ता अनूप कुमार रतन, जिला कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुरेंद्र कंवर और जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
