
पंजाब विश्वविद्यालय में जसबीर मंड की "चुरासी लाख यादों" पर विचारोत्तेजक पुस्तक चर्चा
चंडीगढ़, 3 फरवरी, 2025- पंजाब विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग ने पंजाबी साहित्य अकादमी, लुधियाना के सहयोग से ऑटम आर्ट द्वारा प्रकाशित जसबीर मंड के मौलिक उपन्यास "चुरासी लाख यादों" पर एक विचारोत्तेजक पुस्तक चर्चा की मेजबानी की।
चंडीगढ़, 3 फरवरी, 2025- पंजाब विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग ने पंजाबी साहित्य अकादमी, लुधियाना के सहयोग से ऑटम आर्ट द्वारा प्रकाशित जसबीर मंड के मौलिक उपन्यास "चुरासी लाख यादों" पर एक विचारोत्तेजक पुस्तक चर्चा की मेजबानी की।
मंड का उपन्यास पंजाब की आत्मा को बखूबी दर्शाता है, संघर्ष को जन्म देने वाली गहरी परतों की खोज करता है, बिना किसी नफरत को बढ़ावा दिए या किसी का पक्ष लिए, इस क्षेत्र की हिंसक प्रकृति के बारे में गहन जानकारी प्रदान करता है। इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ. जसबीर सिंह ने मेहमानों और दर्शकों का औपचारिक स्वागत किया। दो शोध विद्वानों ने उपन्यास के विषय पर प्रस्तुति दी।
डॉ. सोना सिंह ने इस साहित्य को ऐतिहासिक दृष्टिकोण से देखा और डॉ. सतवीर सिंह ने इसे साहित्य के दृष्टिकोण से देखा। डॉ. सरबजीत सिंह ने उपन्यास पर अपनी टिप्पणी जोड़ी। डॉ. गुरमुख सिंह, पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला ने सत्र की अध्यक्षता की। प्रो. प्रियतोष शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
