मोहाली प्रशासन ने अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया

एसएएस नगर, 11 अक्तूबर, 2024:- जीवन में ऊंची उड़ान भरने के लिए अपनी इच्छाओं और भविष्य के सपनों को व्यक्त करने के लिए एक अनौपचारिक मंच प्रदान करने के लिए, जिला प्रशासन द्वारा सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विभाग पंजाब के सहयोग से एक अनोखे तरीके से अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। एडीसी (डी) सोनम चौधरी ने मेरिटोरियस स्कूल, सरकारी स्कूल मटौर, कुंभड़ा और 3बी1 और स्कूल ऑफ एमिनेंस फेज 11, मोहाली के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्हें जीवन के वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया।

एसएएस नगर, 11 अक्तूबर, 2024:- जीवन में ऊंची उड़ान भरने के लिए अपनी इच्छाओं और भविष्य के सपनों को व्यक्त करने के लिए एक अनौपचारिक मंच प्रदान करने के लिए, जिला प्रशासन द्वारा सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विभाग पंजाब के सहयोग से एक अनोखे तरीके से अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। एडीसी (डी) सोनम चौधरी ने मेरिटोरियस स्कूल, सरकारी स्कूल मटौर, कुंभड़ा और 3बी1 और स्कूल ऑफ एमिनेंस फेज 11, मोहाली के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्हें जीवन के वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया। 
उन्होंने कहा कि वे जो भी पेशा चुनते हैं, उसमें लक्ष्य को पूरा करने के लिए दीर्घकालिक फोकस की आवश्यकता होती है। उनमें प्रेरणा और प्रोत्साहन की भावना पैदा करने का आह्वान करते हुए, अतिरिक्त उपायुक्त सोनम चौधरी ने स्वास्थ्य और मानसिक शांति का समान रूप से ध्यान रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में असफलताएं हो सकती हैं, लेकिन उन्हें यह सोचकर सकारात्मक रूप से लें कि जीवन ने आगे बढ़ने का एक और मौका दिया है, जिसके लिए और अधिक कड़ी मेहनत की जरूरत है। 
उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी माताओं को भी विश्व में हो रहे बदलावों के बारे में बताना चाहिए तथा सामान्य ज्ञान प्राप्त करना चाहिए, जो समाचार पत्रों तथा पुस्तकों के माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है। डॉ. बी.आर. अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, मोहाली की निदेशक-प्रिंसिपल श्रीमती भवनीत भारती ने कहा कि आजकल पुरूषों तथा महिलाओं को समान अवसर प्राप्त हैं तथा रोल रिवर्सल शब्द भी प्रचलित हो गया है, क्योंकि परिवार के पुरूष सदस्य को समय की आवश्यकता के अनुसार महिला सदस्य के घर के काम करने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे दरवाजे पर आने वाले अवसरों का लाभ उठाकर हमें अपना भविष्य संवारना चाहिए। 
नियमित रूप से एच.बी. 12.5 से कम नहीं होना चाहिए, इसकी निगरानी करके लड़कियों को स्वस्थ रहने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि हमें अपने देश को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए, जब भी आवश्यकता हो, आयरन की गोलियां लेनी चाहिए। बढ़ती उम्र के लिए आवश्यक संतुलित आहार पर ध्यान देने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जीवन में शॉर्टकट नहीं अपनाना चाहिए, बल्कि असफलताओं की चिंता किए बिना नियमित रूप से अभ्यास तथा व्यायाम करना चाहिए। एम्स मोहाली के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की डॉ. अमृत कौर विर्क ने छात्राओं को पौष्टिक आहार के महत्व पर जोर देते हुए स्वस्थ जीवनशैली के बारे में जानकारी दी। 
आयरन की कमी से एनीमिया होता है तथा सर्विक्स कैंसर के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने छात्राओं को शिक्षा के महत्व के बारे में भी बताया जो महिला सशक्तिकरण के लिए बहुत जरूरी है। डीईओ (सेकेंडरी) डॉ. गिन्नी दुग्गल ने छात्रा होने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके पास अपने सपनों को पूरा करने के लिए असीमित करियर के अवसर हैं तथा इसके लिए शिक्षा और आत्मविश्वास समाज में महत्वपूर्ण साधन है। सीडीपीओ गुरसिमरन कौर ने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया जबकि जिला कार्यक्रम अधिकारी गगनदीप सिंह ने प्रत्येक अतिथि को स्टेशनरी की किट वितरित की। 
जिला प्रशासनिक परिसर के ग्राउंड फ्लोर पर एडीसी (डी) सोनम चौधरी तथा डॉ. भवनीत भारती द्वारा इन छात्राओं की उपस्थिति में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ को बढ़ावा देने के लिए एक हेल्पडेस्क का उद्घाटन भी किया गया। नवनियुक्त पीसीएस अधिकारी डॉ. अंकिता कंसल (सहायक आयुक्त) ने भी विद्यार्थियों को सिविल सेवा की तैयारी के बारे में टिप्स दिए। विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न पहलुओं के बारे में पूछे गए प्रश्नों का सभी अतिथियों ने उत्तर दिया तथा उन्हें अपने निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित किया।