भारतीय किसान यूनियन की बैठक में मुद्दों पर चर्चा हुई

एसएएस नगर, 4 अक्टूबर भारतीय किसान यूनियन की बैठक गुरुद्वारा अकाली कार्यालय खरड़ में अध्यक्ष रविंदर सिंह देह कलां की उपस्थिति में हुई, जिसमें प्रदेश प्रेस सचिव मेहर सिंह थेड़ी विशेष रूप से शामिल हुए।

भारतीय किसान यूनियन की बैठक गुरुद्वारा अकाली कार्यालय खरड़ में अध्यक्ष रविंदर सिंह देह कलां की उपस्थिति में हुई, जिसमें प्रदेश प्रेस सचिव मेहर सिंह थेड़ी विशेष रूप से शामिल हुए।
इस मौके पर नेताओं ने कहा कि गेहूं की बुआई सिर पर आ गयी है और आलू की बुआई जोरों पर चल रही है, लेकिन डीएपी खाद न तो समितियों में उपलब्ध है और न ही बाजार में. उनकी मांग है कि जल्द से जल्द खाद की व्यवस्था की जाये.
नेताओं ने कहा कि सरकार पुआल उड़ाने से रोकने के लिए किसानों पर सख्त कदम उठा रही है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश कि पुआल उड़ाने से रोकने के लिए किसानों को 2500 रुपये मुआवजा दिया जाना चाहिए, को तुरंत लागू किया जाना चाहिए ताकि किसान पुआल का उपयोग कर सकें। आग मत लगाओ
नेताओं ने कहा कि हाल में आई बाढ़ से जिन बाढ़ पीड़ितों की जमीन में पानी भर गया और बालू भर गया, उन्हें आज तक सरकार की ओर से कोई मुआवजा नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मंचों पर कहते रहे कि बिना गिरदावरी के मुआवजा और भुगतान धान की ट्रॉली खुलते ही खातों में आ जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि अब जिला प्रशासन ने अखबारों में कहा है कि किसान 5 अक्टूबर तक अपने खेतों से बालू उठा लें, लेकिन इन 24 घंटों में किसान कैसे इंतजाम कर पाएंगे.
नेताओं ने कहा कि प्रशासन ऐसा कर किसानों के साथ अप्रिय मजाक कर रहा है. उन्होंने मांग की कि बाढ़ के कारण जो सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, उनकी तुरंत मरम्मत की जाए क्योंकि किसानों को अपनी धान की फसल बेचने के लिए बाजारों में जाना पड़ता है और आए दिन कई दुर्घटनाएं होती हैं.
नेताओं ने कहा कि पटवारियों ने गांवों के अतिरिक्त कार्य पटवारियों व प्रशासन के हित में छोड़ दिए हैं, इसलिए नए पटवारियों की भर्ती कर उन्हें नियुक्त किया जाए ताकि किसानों व आमजन की समस्याओं का समाधान हो सके।
बैठक के दौरान हकीक सिंह घंडुआ, तरलोचन सिंह कटयाली, बहादुर सिंह नियामियां, रणजीत सिंह बासियां, गुरजंट सिंह पोपना, अजैब सिंह घंडुआ, हरविंदर सिंह पोपना, जस्सी गिल घंडुआ, सुरमख सिंह छज्जूमाजरा, गुरप्रीत सिंह मद्याली, भूपिंदर सिंह, अवतार सिंह छज्जूमाजरा , ज्ञान सिंह धड़क, हरबचन सिंह रंगियां, हरदयाल सिंह ररियाला, जगा सिंह धड़क, जसविंदर सिंह नियामियां, परविंदर सिंह छज्जूमाजरा, हरबंस सिंह मौजूद थे।