
गढ़शंकर स्थित नगर देवता तप स्थान बाबा महेशाना के पीठाधीश्वर महंत योगेश कुमार से "रुद्र अभिषेक महायज्ञ" कार्यक्रमों के आयोजन के संबंध में विशेष मुलाकात
गढ़शंकर, 12 जुलाई- सावन माह में भगवान शिव के भक्तों के बीच रुद्र अभिषेक का विशेष महत्व है। गढ़शंकर शहर और पूरे क्षेत्र में आगामी दिनों में "रुद्र अभिषेक महायज्ञ" कार्यक्रमों के आयोजन की चल रही तैयारियों के संबंध में, कार्यक्रम के आयोजकों ने आज गढ़शंकर स्थित नगर देवता तप स्थान बाबा महेशाना के पीठाधीश्वर महंत योगेश कुमार, एम.ए., बी.एड. संस्कृत से विशेष मुलाकात की।
गढ़शंकर, 12 जुलाई- सावन माह में भगवान शिव के भक्तों के बीच रुद्र अभिषेक का विशेष महत्व है। गढ़शंकर शहर और पूरे क्षेत्र में आगामी दिनों में "रुद्र अभिषेक महायज्ञ" कार्यक्रमों के आयोजन की चल रही तैयारियों के संबंध में, कार्यक्रम के आयोजकों ने आज गढ़शंकर स्थित नगर देवता तप स्थान बाबा महेशाना के पीठाधीश्वर महंत योगेश कुमार, एम.ए., बी.एड. संस्कृत से विशेष मुलाकात की।
इस बैठक के दौरान कई विचार साझा किए गए। महंत योगेश कुमार ने इस अवसर पर कहा कि सावन माह में शिव भक्तों में भक्ति भावना चरम पर होती है। इस पवित्र और पावन माह को मनाने के लिए, शिव भक्त अपने-अपने शहरों के शिव मंदिरों में स्थापित शिवलिंग का विभिन्न तीर्थ स्थलों से लाए गए गंगा जल से अभिषेक करते हैं।
उन्होंने कहा कि मान्यता है कि भगवान शिव पहली बार सावन माह में अपनी ससुराल आए थे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया तथा जलाभिषेक कर उन्हें सम्मानित किया गया। इसी परंपरा के अनुसार हर वर्ष सावन माह में शिव भक्त अपनी ससुराल जाकर संपूर्ण सृष्टि की व्यवस्था बनाए रखते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकतर शिव भक्त 12 ज्योति लिंगों में से किसी एक पर जाकर रुद्राभिषेक करते हैं जो अत्यंत लाभकारी होता है।
उन्होंने कहा कि जो भक्त ज्योति लिंग तक नहीं पहुंच सकते वे अपने घर पर या नजदीकी शिव मंदिर में श्रद्धापूर्वक रुद्राभिषेक करके भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने गढ़शंकर क्षेत्र के विभिन्न गांवों में बड़े स्तर पर रुद्राभिषेक महायज्ञ की तैयारियों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि भगवान शंकर स्वयं अपने क्षेत्र में पहली बार हो रहे ऐसे कार्यक्रम को सफल बनाएंगे। सभी भक्तों को इस प्रयास में अपना यथोचित योगदान अवश्य देना चाहिए।
इस दौरान प्रबंधक समिति से पंकज शौरी, जोनी अरोड़ा, पंडित रविंदर गौतम, राजिंदर प्रसाद खुरमी विशेष रूप से उपस्थित रहे। उनके साथ महेशियाना मंदिर प्रबंधन समिति से सोनू महंत व अन्य सेवादार भी मौजूद रहे। प्रबंधन समिति के पंकज शौरी, जोनी अरोड़ा ने बताया कि जल्द ही पूरे कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी।
