जिला प्रशासनिक परिसर में मॉक ड्रिल कर लोगों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए किया जागरूक

नवांशहर- जिला प्रशासन ने शनिवार शाम को जिला प्रशासनिक परिसर में अभ्यास के तौर पर मॉक ड्रिल करवाई, जिसका उद्देश्य लोगों को यह बताना था कि किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में किस तरह पूरी सतर्कता के साथ खुद को सुरक्षित रखना है और किस तरह सुरक्षित रहना है।

नवांशहर- जिला प्रशासन ने शनिवार शाम को जिला प्रशासनिक परिसर में अभ्यास के तौर पर मॉक ड्रिल करवाई, जिसका उद्देश्य लोगों को यह बताना था कि किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में किस तरह पूरी सतर्कता के साथ खुद को सुरक्षित रखना है और किस तरह सुरक्षित रहना है।
डिप्टी कमिश्नर अंकुरजीत सिंह के निर्देश पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर राजीव वर्मा के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की मौजूदगी में मॉक ड्रिल करवाई गई। राजीव वर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में पड़ोसी देश के साथ तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए यह मॉक ड्रिल सिर्फ अभ्यास के तौर पर करवाई गई ताकि लोगों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए जागरूक किया जा सके।
उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल में स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड, पुलिस, सिविल डिफेंस, राजस्व विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों के अलावा शहर की सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि और व्यापार संघों के सदस्य मौजूद थे। उन्होंने बताया कि भविष्य में जरूरत पड़ने पर खुद को कैसे सुरक्षित रखना है, इसकी तैयारी के तौर पर यह प्रक्रिया करवाई गई।
उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल से डरने या घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि यह एक अभ्यास और सक्रिय कार्रवाई है। अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि शनिवार रात 8:00 बजे से 8:15 बजे तक जिले में ब्लैकआउट किया जाएगा, जिस दौरान सायरन बजने के बाद लाइटें पूरी तरह से बंद कर दी जाएंगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि ब्लैकआउट से पहले सायरन बजाया जाएगा, जिससे ब्लैकआउट भी हो जाएगा और लोग इसका अनुपालन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ब्लैकआउट के दौरान जेनरेटर, इनवर्टर आदि बंद रखे जाएं और कैमरों की लाइटें भी बंद रखी जाएं। उन्होंने कहा कि ब्लैकआउट के दौरान सभी लोग अपने घरों/दुकानों व प्रतिष्ठानों की लाइटें बंद रखें। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में सूचना व सहायता के लिए आपातकालीन नंबर 112 डायल करें, जिसके माध्यम से हर संबंधित विभाग तक सूचना पहुंच जाती है। इस अवसर पर सिविल व पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।