
दसवीं का दिहाड़ा श्रद्धा और उत्साह से मनाया गया
एस.ए.एस. नगर, 7 मई– नजदीकी गांव सोहाना स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां में दसवीं का धार्मिक दिहाड़ा बड़ी श्रद्धा भावना और उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस शुभ अवसर पर सुबह श्री सहज पाठ साहिब जी के भोग उपरांत पूरे दिन धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
एस.ए.एस. नगर, 7 मई– नजदीकी गांव सोहाना स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां में दसवीं का धार्मिक दिहाड़ा बड़ी श्रद्धा भावना और उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस शुभ अवसर पर सुबह श्री सहज पाठ साहिब जी के भोग उपरांत पूरे दिन धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इस धार्मिक समागम में भाई अमरीक सिंह श्री अमृतसर वाले इंटरनेशनल पंथक ढाढ़ी जत्थे ने श्री गुरु अर्जन देव जी महाराज के जीवन प्रसंग और उनके द्वारा उच्चारित "धुर की बाणी", जो कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज में दर्ज है, को ढाढ़ी वारों के माध्यम से संगत को विस्तृत रूप से सुनाया।
भाई केवल सिंह हजूरी रागी गुरुद्वारा सीस गंज साहिब दिल्ली वालों ने अपने रस भरे कीर्तन द्वारा इलाही बाणी का गायन कर संगत को गुरु जी से जोड़ने का प्रयास किया। शिरोमणि प्रचारक भाई संदीप सिंह जी श्री आनंदपुर साहिब वालों ने अपने प्रवचनों के माध्यम से संगत को खंडे बाटे के अमृत की महत्ता समझाई और अमृत छक कर गुरु के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।
इसके अतिरिक्त भाई मेजर सिंह श्री तरनतारन साहिब, भाई गुरमीत सिंह करनाल वाले, भाई जतिंदर सिंह भरतगढ़ वाले का ढाढ़ी जत्था, भाई मनप्रीत सिंह गुरमत प्रचार जत्था, भाई मंजीत सिंह लुधियाने वाले, शेर-ए-पंजाब कविशरी जत्था, भाई जसविंदर सिंह के जत्थों के साथ-साथ गुरुद्वारा सिंह शहीदां के हजूरी जत्थे — भाई इंदरजीत सिंह, भाई हरबख्श सिंह, भाई गुरमीत सिंह और भाई सुखविंदर सिंह — ने कथा, कीर्तन, कविशरी और गुरमत विचारों के माध्यम से संगत को पूरे दिन हरि जस सुनाकर निहाल किया।
सभी जत्थों को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। दसवीं के दिन हजारों संगत ने इस स्थान के पवित्र सरोवर में स्नान किया। हर विभाग के माहिर डॉक्टरों द्वारा मरीजों की जांच की गई और दवाइयां गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा उपलब्ध करवाई गईं।
इस अवसर पर प्रबंधक कमेटी के प्रवक्ता ने बताया कि इस स्थल पर एक डिस्पेंसरी और लैब भी चलाई जा रही है, जिसमें सभी जांचें अत्याधुनिक कंप्यूटराइज्ड तरीकों से की जाती हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा मरीजों की जांच की जाती है और दवाइयां संगत के सहयोग से कमेटी द्वारा दी जाती हैं। इसके अतिरिक्त, MRI, CT स्कैन, अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे जैसी मशीनें भी संगत की सुविधा के लिए लगाई गई हैं।
