नाईपर में अंबेडकर जयंती समारोह

मोहाली- नाईपर, एस.ए.एस. नगर (मोहाली) भारत के संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक वर्ष तक चलने वाले उत्सव के साथ-साथ जनजातीय गौरव दिवस और जनजातीय गौरव वर्ष (नवंबर 2024 - नवंबर 2025) का भी एक वर्ष तक चलने वाला उत्सव मना रहा है।

मोहाली- नाईपर, एस.ए.एस. नगर (मोहाली) भारत के संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक वर्ष तक चलने वाले उत्सव के साथ-साथ जनजातीय गौरव दिवस और जनजातीय गौरव वर्ष (नवंबर 2024 - नवंबर 2025) का भी एक वर्ष तक चलने वाला उत्सव मना रहा है।
वर्ष भर चलने वाले कार्यक्रम के एक भाग के रूप में, और अंबेडकर जयंती मनाने तथा भारत के संविधान को आकार देने में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की महत्वपूर्ण भूमिका को याद करने के लिए, नाईपर, एसएएस नगर ने 15 अप्रैल, 2025 को ‘आरक्षण के भीतर आरक्षण’ - एक नई उभरती रणनीति: हमारे संविधान के निर्माण और गौरव में डॉ. अंबेडकर के 'समावेशी समाज' के संवैधानिक दृष्टिकोण का एक अनिवार्य तत्व (1 अगस्त, 2024 को दिए गए सुप्रीम कोर्ट के 7 न्यायाधीशों की संविधान पीठ के फैसले की आलोचना)’ पर एक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन किया।
यह व्याख्यान प्रो. वीरेंद्र कुमार, एल.एल.एम., एस.जे.डी. (टोरंटो, कनाडा) और यूजीसी एमेरिटस फेलो, पंजाब विश्वविद्यालय, पूर्व में: प्रोफेसर और अध्यक्ष, लॉ विभाग, डीन, लॉ संकाय और फेलो, पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा दिया गया। व्याख्यान डॉ. अंबेडकर ने स्वतंत्र भारत के लिए हमारे संविधान के निर्माण और गौरव में मुख्य आधार के रूप में ‘समान समावेशी समाज’ की कल्पना क्यों की पर केन्द्रित था ।
प्रो. अरुण कुमार ग्रोवर, मानद प्रोफेसर, भौतिकी विभाग, पेक, चंडीगढ़ और पूर्व कुलपति (2012-18), पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ सम्माननीय अतिथि थे, जिन्होंने स्वतंत्र आंदोलन में औपनिवेशिक सरकार के राजनीतिक और वैचारिक नेताओं की भूमिका के बारे में जानकारी दी।
विंग कमांडर पी.जे. पी. सिंह (सेवानिवृत्त), कुलसचिव, नाईपर, मोहाली  ने उपस्थित सम्माननीय अतिथियों का स्वागत किया। नाईपर, एसएएस नगर के निदेशक प्रो. दुलाल पांडा ने भारतीय संविधान को आकार देने में डॉ. अंबेडकर की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला, जो कि मसौदा समिति के अध्यक्ष थे, जिन्होंने न्याय, समानता और बंधुत्व के सिद्धांतों को सुनिश्चित किया। बायोटेक्नोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष और समिति के अध्यक्ष प्रो. अभय एच. पांडे ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।