पन्नू की चुनौती स्वीकार करते हुए सांपला दिनभर फिल्लौर के डॉ. अंबेडकर चौक पर डटे रहे

फिल्लौर/होशियारपुर- खालिस्तान समर्थक आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की चुनौती स्वीकार करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता विजय सांपला अपने समर्थकों के साथ आज सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक फिल्लौर के डॉ. अंबेडकर चौक पर डटे रहे।

फिल्लौर/होशियारपुर- खालिस्तान समर्थक आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की चुनौती स्वीकार करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता विजय सांपला अपने समर्थकों के साथ आज सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक फिल्लौर के डॉ. अंबेडकर चौक पर डटे रहे।
उल्लेखनीय है कि 30 अप्रैल की रात को फिल्लौर में डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा को किसी ने अपवित्र कर दिया था, जिसके बाद गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए एक वीडियो जारी किया था और 14 अप्रैल को पंजाब में डॉ. अंबेडकर की सभी प्रतिमाओं को हटाने/ध्वस्त करने का आह्वान किया था। सांपला ने कहा कि डॉ. भीम राव अंबेडकर द्वारा लिखे गए संविधान के कारण ही आज पंजाब ही नहीं बल्कि पूरे देश में दलितों को सरकार/प्रशासन में सुनिश्चित भागीदारी मिली है और उन्हें मान-सम्मान मिला है। 
डॉ. अंबेडकर ने संविधान में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया, भारत के प्रत्येक नागरिक के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की और कानूनी समानता सुनिश्चित की, उन्होंने संविधान के माध्यम से यह सुनिश्चित किया कि धर्म, नस्ल, जाति, अमीर-गरीब, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर कोई भेदभाव न हो। 
सांपला ने कहा कि गुरु रविदास महाराज जिन्हें हम भगवान मानते हैं, उन्हें भगवान कहकर पन्नू ने गुरु रविदास जी महाराज का अपमान किया है, मेरे जैसे करोड़ों अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। 
सांपला ने अंत में कहा कि करीब 15 दिन पहले पन्नू ने अंबेडकर जी और भगवान रविदास जी के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल किया था, लेकिन पंजाब सरकार ने अभी तक बेअदबी और एससी/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज नहीं की है। इससे पंजाब में आम आदमी पार्टी सरकार का दलित विरोधी चेहरा उजागर होता है।