
मई दिवस के अवसर पर लुधियाना में "मजदूर दिवस" सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय।
लुधियाना - 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर शिकागो के शहीदों को याद करते हुए दुनिया के हर कोने में पूंजीपति वर्ग की गुलामी से मुक्ति के लिए मजदूर वर्ग के संघर्ष को आगे बढ़ाने के संकल्प लिए जाएंगे। उग्रवादी मजदूर संगठनों कारखाना मजदूर यूनियन और टेक्सटाइल-हुडीज वर्कर्स यूनियन ने भी हर साल की तरह लुधियाना में मजदूर दिवस सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया है। युवा भारत सभा द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी।
लुधियाना - 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर शिकागो के शहीदों को याद करते हुए दुनिया के हर कोने में पूंजीपति वर्ग की गुलामी से मुक्ति के लिए मजदूर वर्ग के संघर्ष को आगे बढ़ाने के संकल्प लिए जाएंगे। उग्रवादी मजदूर संगठनों कारखाना मजदूर यूनियन और टेक्सटाइल-हुडीज वर्कर्स यूनियन ने भी हर साल की तरह लुधियाना में मजदूर दिवस सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया है। युवा भारत सभा द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी।
यह निर्णय आज यहां ईडब्ल्यूएस कॉलोनी स्थित मजदूर लाइब्रेरी में फैक्ट्री वर्कर्स यूनियन, टेक्सटाइल-हौजरी वर्कर्स यूनियन और नौजवान भारत सभा की संयुक्त बैठक में लिया गया। बैठक में फैक्ट्री वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष लखविंदर सिंह, टेक्सटाइल-हौजरी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष जगदीश सिंह, नौजवान भारत सभा की नेता रविंदर कौर तथा संगठनों के अन्य नेता व कार्यकर्ता दिलजोत, विश्वनाथ, हिना, टीना, मौसम व दिशा शामिल थे।
सम्मेलन में देश और दुनिया की वर्तमान परिस्थितियों पर चर्चा के साथ-साथ मजदूर वर्ग के सामने आने वाली चुनौतियों और कार्यों पर भी चर्चा की जाएगी। क्रांतिकारी-नाटकीय गीतों का एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया जाएगा। मई दिवस के क्रांतिकारी संदेश और मई दिवस सम्मेलन के आह्वान को मजदूरों तक पहुंचाने के लिए संगठन दो सप्ताह का गहन प्रचार अभियान चलाएंगे। हजारों पर्चे और पोस्टर छापे जाएंगे। बैठकें और सड़क सभाएं आयोजित की जाएंगी।
प्रेस नोट जारी करते हुए फैक्ट्री वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष लखविंदर ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की सीख यह है कि मजदूर वर्ग की मुक्ति मजदूर वर्ग के हाथों से ही होनी चाहिए। मई दिवस की क्रांतिकारी विरासत मजदूरों को देश, राष्ट्र, जाति, धर्म, नस्ल आदि के विभाजन को खारिज करने तथा एक वर्ग के रूप में एकजुट होकर वर्तमान शोषणकारी, मानव-विरोधी पूंजीवादी-साम्राज्यवादी व्यवस्था के उन्मूलन के लिए संघर्ष को तेज करने के लिए प्रेरित करती है। वर्तमान विश्व परिस्थितियों में, जब पूंजीवादी-साम्राज्यवादी शोषण पहले से कहीं अधिक तीव्र हो गया है, अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है।
इसलिए, अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के उत्सव को रस्मी कृत्यों तक सीमित करने की साजिशों का विरोध करने तथा मजदूरों को मई दिवस की महान विरासत और शिक्षाओं से अवगत कराने तथा इसे पूरे क्रांतिकारी उत्साह के साथ मनाने की जरूरत है। उन्होंने सभी श्रमिकों, मजदूरों और न्याय-पसंद लोगों को मजदूर दिवस सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
