माता-पिता द्वारा बच्चों को कानून का पालन करने के लिए दिया गया अनुशासन ही वास्तविक समाज सेवा है - डीएसपी राज कुमार

नवांशहर- माता-पिता द्वारा बच्चों को कानून का पालन करने के दिए गए संस्कार ही असली समाज सेवा है - यह विचार डीएसपी राज कुमार ने नशे की रोकथाम के लिए आयोजित जागरूकता सेमिनार को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि यदि किसी समाज में कानून तोड़ने वालों की संख्या कम है तो कानून लागू करना आसान है, लेकिन यदि संख्या अधिक है तो कानून लागू करना कठिन हो जाता है।

नवांशहर- माता-पिता द्वारा बच्चों को कानून का पालन करने के दिए गए संस्कार ही असली समाज सेवा है - यह विचार डीएसपी राज कुमार ने नशे की रोकथाम के लिए आयोजित जागरूकता सेमिनार को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि यदि किसी समाज में कानून तोड़ने वालों की संख्या कम है तो कानून लागू करना आसान है, लेकिन यदि संख्या अधिक है तो कानून लागू करना कठिन हो जाता है। 
उन्होंने कहा कि नशे की सामाजिक बुराई को रोकने में सख्त कानूनी उपायों के साथ-साथ समाज का सहयोग भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि अगर नशे की मांग नहीं होगी तो नशे का व्यापार करने वाले स्वयं ही विफल हो जाएंगे। इससे पहले सेमिनार के आयोजक एनआरआई सुच्चा सिंह सलहन और गांव मेहंदीपुर की सरपंच मनदीप कौर सलहन ने मुख्य अतिथि और अतिथियों का स्वागत किया। 
कार्यक्रम को उपकार समन्वय सोसायटी से जेएस गिद्दा, नरिंदरपाल तूर और प्रिंसिपल ओंकार सिंह शीनमार के अलावा प्रवीण कुमार ट्रैफिक ट्रेनर, मा. गुरदयाल सिंह ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि समाज के जिस वर्ग को नशे की बुराइयों से बचाने की जरूरत है, वह युवा वर्ग है और हमें जागरूकता के लिए यथासंभव युवाओं तक पहुंचना चाहिए, जो केवल शिक्षण संस्थानों में ही उपलब्ध है। 
आयोजकों ने मुख्य अतिथियों डीएसपी राज कुमार, जेएस गिद्दा, नरिंदरपाल तूर, एसएचओ सिटी अभिषेक कुमार, एसएचओ सदर अशोक कुमार, ट्रैफिक इंचार्ज सुभाष चंद्र, एएसआई बचित्तर सिंह, कुलदीप राज, जसविंदर सिंह, प्रिंसिपल ओंकार सिंह शीनमार को सम्मानित किया।