विश्व पुस्तक मेला दिल्ली में डॉ.जसवंत राय की हिंदी पुस्तक 'बीज तो बिरख तक' का विमोचन हुआ

होशियारपुर- पुस्तक मेले के सबसे बड़े कुंभ विश्व पुस्तक मेला दिल्ली में होशियारपुर जिले के नाम को उस समय चार चांद लग गए जब जिला भाषा कार्यालय होशियारपुर में शोध अधिकारी के पद पर कार्यरत डॉ.जसवंत राय ने प्रभात प्रकाशक दिल्ली की हिंदी पुस्तक 'बीज तो बिरख तक' का विमोचन किया। यह पुस्तक आईएएस अधिकारी जी.एस. नवीन कुमार के जीवन पर आधारित एक प्रेरक कहानी है।

होशियारपुर- पुस्तक मेले के सबसे बड़े कुंभ विश्व पुस्तक मेला दिल्ली में होशियारपुर जिले के नाम को उस समय चार चांद लग गए जब जिला भाषा कार्यालय होशियारपुर में शोध अधिकारी के पद पर कार्यरत डॉ.जसवंत राय ने प्रभात प्रकाशक दिल्ली की हिंदी पुस्तक 'बीज तो बिरख तक' का विमोचन किया। यह पुस्तक आईएएस अधिकारी जी.एस. नवीन कुमार के जीवन पर आधारित एक प्रेरक कहानी है। 
गौरतलब है कि इस पुस्तक को शरद कला प्रकाशक पटियाला द्वारा मातृभाषा पंजाबी में भी प्रकाशित किया गया है, जिसे पाठकों, विशेषकर विद्यार्थियों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। पुस्तक के बारे में बात करते हुए लेखक डॉ. जसवंत राय ने कहा कि यह पुस्तक एक साधारण परिवार से आए नवीन कुमार के संघर्ष, पुस्तकों के प्रति उनके आकर्षण के परिणाम, बच्चों की शिक्षा में माता-पिता की भूमिका, शिक्षकों का आलिंगन, नायकों का चयन और सपनों को साकार करने के संघर्ष को मार्मिक तरीके से वर्णित करती है।
 यह पुस्तक केवल इस बात तक सीमित नहीं है कि विद्यार्थी बड़ी परीक्षा कैसे पास कर सकते हैं बल्कि यह भी बताती है कि बड़े पदों पर पहुंचकर जनहित और देश के लिए कैसे काम किया जाए। पंजाबी के साथ-साथ कई अन्य भाषाओं में प्रकाशित हो चुके कवि मदन वीरा ने इस पुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए साहित्य में एक नया अध्याय जोड़ने के लिए नायक और पुस्तक के लेखक दोनों को बधाई दी। 
आईएएस नवीन कुमार ने अपने जीवन के कई पहलुओं के बारे में बात करते हुए 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान पंजाब दौरे के दौरान बिताए खूबसूरत पलों को याद किया, जो इस पुस्तक का आधार बने। डीएम हिंदी कुलदीप सिंह ने इस पुस्तक की हिंदी भाषा को सही करते हुए ध्यान में आए बिंदुओं को साझा किया। 
प्रभात प्रकाशक पीयूष ने लेखक डॉ. जसवंत राय और पुस्तक के नायक आईएएस जीएस नवीन कुमार को अपने प्रकाशन गृह से जुड़ने पर बधाई दी। इस अवसर पर डॉ. कमल किशोर यादव, डॉ. करनैल चंद, विचारक योद्धा मल पाल, शोधार्थी इंद्रजीत, आदित्य राव और जेएनयू से सुयश रे भी मौजूद थे।