
टीबी मुक्त भारत 100 दिवसीय अभियान 7 दिसंबर से 24 मार्च तक चलेगा - ब्रह्म शंकर जिम्पा
होशियारपुर: स्वास्थ्य विभाग पंजाब द्वारा टीबी जैसी गंभीर बीमारियों को खत्म करने के लिए "राष्ट्रीय टीबी नियंत्रण कार्यक्रम" के तहत; 100 दिवसीय टीबी मुक्त अभियान का शुभारंभ आज सिविल अस्पताल होशियारपुर में हलका होशियारपुर के विधायक माननीय श्री ब्रह्म शंकर जिम्पा ने टीबी जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर किया।
होशियारपुर: स्वास्थ्य विभाग पंजाब द्वारा टीबी जैसी गंभीर बीमारियों को खत्म करने के लिए "राष्ट्रीय टीबी नियंत्रण कार्यक्रम" के तहत; 100 दिवसीय टीबी मुक्त अभियान का शुभारंभ आज सिविल अस्पताल होशियारपुर में हलका होशियारपुर के विधायक माननीय श्री ब्रह्म शंकर जिम्पा ने टीबी जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर किया।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार शगोत्रा, मेयर श्री सुरिंदर कुमार, सीनियर मेडिकल ऑफिसर प्रभारी सिविल अस्पताल होशियारपुर डॉ. स्वाति, एसएमओ डॉ. कुलदीप सिंह, सहायक सिविल सर्जन डॉ. कमलेश कुमारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जतिंदर भाटिया, श्री सतवंत सिंह घुन, छाती एवं टीबी विशेषज्ञ डॉ. गुरप्रीत सिंह, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर डॉ. तृप्ता देवी, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर, श्री विजय कुमार एवं अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।
इस दौरान टीबी के प्रति जागरूकता से भरा पोस्टर भी जारी किया गया। बाद में टीबी उन्मूलन के लिए सभी के सहयोग व भागीदारी की शपथ भी ली गई। इस अवसर पर संबोधित करते हुए ब्रह्म शंकर जिम्पा जी ने कहा कि इस अभियान के माध्यम से जिले के उच्च जोखिम वाले टीबी रोगियों की जांच और इलाज किया जाएगा। उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि टीबी अब लाइलाज बीमारी है. इस अभियान से हम टीबी उन्मूलन के लिए एक बड़ा कदम उठाएंगे।
उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों और आम जनता से इस अभियान में सक्रिय समर्थन देने की अपील की और कहा कि एकता और दृढ़ता से हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार शगोत्रा ने कहा कि इस अभियान में जमीनी स्तर पर टीमें बनाकर उन समूहों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जो टीबी के प्रति अधिक संवेदनशील हैं। इस अभियान के तहत मधुमेह और कुपोषण से पीड़ित लोगों, धूम्रपान करने वालों और शराबियों, एचआईवी संक्रमित और पूर्व टीबी रोगियों और भट्टों, निर्माण स्थलों और कारखानों में काम करने वाले श्रमिक वर्ग के लोगों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इस दौरान डॉ. गुरप्रीत सिंह ने इस पूरे अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि क्षय रोग से जुड़े प्रत्येक स्वास्थ्य कर्मी, निक्षय मित्र और आम जनता का प्रयास टीबी उन्मूलन में मील का पत्थर साबित होगा।
