मोहाली साइबर पुलिस की बड़ी कार्रवाई; हनी-ट्रैप गिरोह के तीन आरोपी गिरफ्तार

साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 7 जून: साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए मोहाली साइबर पुलिस ने एक 'हनी-ट्रैप' गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने दोस्ती के बहाने एक युवक से लाखों रुपये की ठगी की।

साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 7 जून: साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए मोहाली साइबर पुलिस ने एक 'हनी-ट्रैप' गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने दोस्ती के बहाने एक युवक से लाखों रुपये की ठगी की।
डीएसपी रूपिंदर कौर सोही ने बताया कि सनी एन्क्लेव निवासी शिकायतकर्ता आदित्य नंदन को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। उसके बाद एक लड़की दोस्त बनकर उससे मिलने आई। कुछ देर बाद उसने अपने 3 साथियों को कमरे पर बुला लिया। पीड़ित को डरा-धमकाकर उसके बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड के जरिए 7.66 लाख रुपये निकाल लिए और पीड़ित का लैपटॉप, मोबाइल और जरूरी सामान भी छीन लिया। 
आरोपियों ने पीड़ित के क्रेडिट कार्ड के जरिए 3 आईफोन-16 प्रो मैक्स खरीदे। यह ठगी एक सुनियोजित साजिश के तहत की गई। उन्होंने आगे बताया कि डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर, एसएसपी हरमनदीप हंस के दिशा-निर्देशों पर मोहाली साइबर पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 1 लड़की समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 01 आरोपी की गिरफ्तारी होना बाकी है। 
उन्होंने आगे बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान परमिंदर सिंह पुत्र सुखदेव सिंह - बरनाला, मौजूदा निवासी ए.के.एस. सोसायटी, जीरकपुर, पूजा तनेजा पुत्री अनिल तनेजा - निवासी करनाल, हरियाणा और अर्शदीप कुमार पुत्र अशोक शर्मा - बरनाला, मौजूदा निवासी जीरकपुर के रूप में हुई है। 
इनके पास से पीड़ित का लैपटॉप, मोबाइल फोन और जरूरी दस्तावेज तथा ठगी के पैसों से खरीदा गया आईफोन-16 प्रो मैक्स बरामद किया गया है। इन गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा नंबर 29 तारीख 06/06/2025, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, एसएएस नगर में धारा 308(2), 127(2), 3(5), 351(2) बीएनएस के तहत दर्ज किया गया है। 
जिला पुलिस की साइबर विंग ने नागरिकों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर विश्वसनीय लगने वाले ऑफर भी बहुत बड़ा झूठ हो सकते हैं, इसलिए किसी भी अनजान व्यक्ति से लेन-देन करने से पहले सोच-समझ लें और सावधान रहें। 
किसी भी संदिग्ध कॉल या घटना की सूचना तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें।