
सांस्कृतिक मूनलाइट कार्यक्रम – जीवन एवं एकता का उत्सव
चंडीगढ़:- चंडीगढ़ सीनियर सिटीज़न्स एसोसिएशन की चैप्टर मूनलाइट यूनिट द्वारा “सांस्कृतिक मूनलाइट कार्यक्रम” का भव्य आयोजन प्रसिद्ध टैगोर थियेटर में किया गया। यह आयोजन प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम में सदस्यों एवं अतिथियों का अत्यधिक उत्साह देखने को मिला। पूरा सभागार खचाखच भरा हुआ था और वातावरण तालियों व उत्साह से गूंज रहा था।
चंडीगढ़:- चंडीगढ़ सीनियर सिटीज़न्स एसोसिएशन की चैप्टर मूनलाइट यूनिट द्वारा “सांस्कृतिक मूनलाइट कार्यक्रम” का भव्य आयोजन प्रसिद्ध टैगोर थियेटर में किया गया। यह आयोजन प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम में सदस्यों एवं अतिथियों का अत्यधिक उत्साह देखने को मिला। पूरा सभागार खचाखच भरा हुआ था और वातावरण तालियों व उत्साह से गूंज रहा था।
इस अवसर की शोभा बढ़ाने हेतु श्री सौरभ कुमार अरोड़ा, निदेशक, सांस्कृतिक कार्य विभाग, चंडीगढ़ प्रशासन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। साथ ही अनेक गणमान्य व्यक्तित्व गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में शामिल हुए, जिनमें जे.बी. गोयल, डॉ. राज बहादुर, प्रो. अरुण कुमार ग्रोवर, प्रो. बी.एस. ढिल्लों, प्रो. (डॉ.) जगत राम, प्रो. एस.एस. चहल, श्री बलकार सिद्धू, सुभाष अग्रवाल, बृजेश आहूजा, अभिषेक शर्मा, जसबीर सिंह एवं मोहिंदर कौर आदि शामिल थे।
सभी दर्शकों का स्वागत करते हुए रघुबीर सिंह, चैप्टर प्रमुख ने कहा –
“चैप्टर मूनलाइट का गठन दो वर्ष पूर्व वरिष्ठ नागरिकों में अकेलेपन से निपटने हेतु आशा की किरण के रूप में किया गया था। इस प्रकार के सामूहिक आयोजन कोई विलासिता नहीं, बल्कि मानवीय भावनाओं की आवश्यकता हैं।”
सांस्कृतिक संध्या पूर्णतः वरिष्ठ एवं अति वरिष्ठ नागरिकों तथा उनके परिजनों द्वारा प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में भावनात्मक गीत, युगल गायन एवं रंग-बिरंगी प्रस्तुतियाँ शामिल थीं। समूह नृत्य एवं गिद्धा कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण रहे, जिन पर दर्शकों ने खड़े होकर तालियाँ बजाईं और भरपूर सराहना की। प्रत्येक प्रस्तुति उत्साह, कला एवं जीवन की ऊर्जा की प्रतीक रही।
कार्यक्रम का आरंभ चैप्टर मूनलाइट थीम सॉन्ग “मूनलाइट है चैप्टर हमारा, सीनियर सिटीज़न्स मेंबर सारे” से हुआ, जिसे प्रसिद्ध कलाकार अमर वीरदी एवं दीपक रिक्की ने प्रस्तुत किया। इसके पश्चात “अज्ज तेरी बचना न बचदी वे…” गीत गाया गया। डॉ. सरवन कौशल एवं दमनजीत का नृत्य सभी को मंत्रमुग्ध कर गया। ग़ुलाम अली की प्रसिद्ध ग़ज़ल “हम तेरे शहर में आए हैं…” को शरणजीत नेयर ने शानदार ढंग से प्रस्तुत किया। एस.के. अवस्थी ने “रोशन तुम ही से दुनिया…” गीत गाकर सभी को भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम का समापन ढोल, बोलियों एवं टप्पों की गूंज के साथ हुआ, जब पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा।
