तीन दिवसीय महान कीर्तन दरबार की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं।

नवांशहर - श्री गुरु नानक देव जी की 555वीं जयंती को समर्पित तीन दिवसीय महान कीर्तन दरबार की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और सभी सदस्य इन गतिविधियों की सफलता के लिए दिन-रात सेवा में लगे हुए हैं। सदस्यों द्वारा बाजारों को निमंत्रण पत्र देने का सिलसिला भी जारी है। इस कार्य की शुरुआत के लिए आज (3 नवंबर) गुरुद्वारा गुरु अंगद नगर में सभी संगतें श्री सुखमनी साहिब जी का पाठ करेंगी और इसके सफल समापन के लिए प्रार्थना करेंगी।

नवांशहर - श्री गुरु नानक देव जी की 555वीं जयंती को समर्पित तीन दिवसीय महान कीर्तन दरबार की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और सभी सदस्य इन गतिविधियों की सफलता के लिए दिन-रात सेवा में लगे हुए हैं। सदस्यों द्वारा बाजारों को निमंत्रण पत्र देने का सिलसिला भी जारी है। इस कार्य की शुरुआत के लिए आज (3 नवंबर) गुरुद्वारा गुरु अंगद नगर में सभी संगतें श्री सुखमनी साहिब जी का पाठ करेंगी और इसके सफल समापन के लिए प्रार्थना करेंगी।
गुरु नानक मिशन सेवा सोसायटी के मुख्य सेवादार सुरजीत सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम के लिए जेएसएफएच खालसा स्कूल नवांशहर के मैदान में एक विशाल पंडाल सजाया जा रहा है और लाइट, साउंड सिस्टम की भी अच्छी व्यवस्था की गई है। गौरतलब है कि सोसायटी 4 नवंबर से गुरु नानक देव जी की जयंती को समर्पित तीन दिवसीय महान कीर्तन दरबार का आयोजन कर रही है, जिसमें पहले दिन की शुरुआत भाई जोगा सिंह ढाहां क्लेरां के कीर्तनी जत्थे द्वारा की जाएगी।
सायं 06:00 बजे से 07:00 बजे तक श्री दरबार साहिब के हजूरी रागी भाई उंकार सिंह जी का जत्था गुरबानी कीर्तन के माध्यम से प्रस्तुति देगा. उसके बाद ज्ञानी रणजीत सिंह जी हेड ग्रंथी गुरुद्वारा बंगला साहिब गुरमत के विचार साझा करेंगे। रात्रि 8:30 बजे से 10 बजे तक पंथ प्रसिद्ध कीर्तनी भाई चमनजीत सिंह लाल अमृतमई बाणी का कीर्तन कर भक्तों का मनोरंजन करेंगे. श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघवीर सिंह जी समाज द्वारा तैयार की गई स्मारिकाएं भी जारी करेंगे और भक्तों के साथ विचार साझा करेंगे।
उन्होंने संगत से घूंघट करके इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की। ​​इस मौके पर उनके साथ उत्तम सिंह सेठी, बलवंत सिंह सोइता, दीदार सिंह गहूं, जगजीत सिंह महासचिव, जगदीप सिंह कैशियर, पलविंदर सिंह करियाम, परमिंदर सिंह कंवल, इंद्रजीत सिंह बहारा, जसविंदर सिंह सैनी, कुलजीत सिंह खालसा, जोगिंदर सिंह महलों, मनमोहन सिंह, दर्शन सिंह सैनी, बलदेव सिंह, हकीक सिंह, ज्ञान सिंह, मंजीत सिंह मेहतपुर रमणीक सिंह, दलजीत सिंह बडवाल, हरप्रीत सिंह हैप्पी और दलजीत सिंह सैनी भी उपस्थित थे।