कपूरथला में डॉ. अंबेडकर सोसायटी ने गणतंत्र दिवस को समर्पित सेमिनार का आयोजन किया

नवांशहर - बाबा साहेब डॉ. बीआर अंबेडकर सोसायटी रजि. रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में भारत के संविधान के कार्यान्वयन के उपलक्ष्य में आरसीएफ के वेस्ट कॉलोनी के वर्कर क्लब ने 75वें गणतंत्र दिवस/संविधान दिवस को समर्पित एक सेमिनार का आयोजन किया। जिसकी अध्यक्षता माननीय श्री लाल विस्वाश एसडीएम कपूरथला मिशनरी लेखक श्री चमन लाल चणकोआ, डिप्टी कमांडेंट आरपीएफ श्री नरेंद्र कुमार एवं सोसायटी अध्यक्ष कृष्ण लाल जस्सल आदि ने संयुक्त रूप से की।

नवांशहर - बाबा साहेब डॉ. बीआर अंबेडकर सोसायटी रजि. रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में भारत के संविधान के कार्यान्वयन के उपलक्ष्य में आरसीएफ के वेस्ट कॉलोनी के वर्कर क्लब ने 75वें गणतंत्र दिवस/संविधान दिवस को समर्पित एक सेमिनार का आयोजन किया। जिसकी अध्यक्षता माननीय श्री लाल विस्वाश एसडीएम कपूरथला मिशनरी लेखक श्री चमन लाल चणकोआ, डिप्टी कमांडेंट आरपीएफ श्री नरेंद्र कुमार एवं सोसायटी अध्यक्ष कृष्ण लाल जस्सल आदि ने संयुक्त रूप से की। संचालनकर्ता की भूमिका निभाते हुए महासचिव धर्मपाल पैंथर ने कहा कि सोसायटी समय-समय पर समाज में जागरूकता लाने के लिए विचार गोष्ठी का आयोजन करती रहती है। यह आम लोगों को भारतीय संविधान के बारे में जानकारी देने और उसका महत्व समझाने के लिए मनाया जाता है। समारोह की शुरुआत लार्ड बुद्धा एजुकेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री पूरन सिंह ने भारतीय संविधान के आदर्श वाक्य का पाठ कर किया। इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि श्री लाल विश्वास ने दर्शकों को भारतीय संविधान दिवस की बधाई दी और कहा कि 26 जनवरी 1950 भारत के लोगों के लिए एक स्वर्णिम दिन है। इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ और भारत को पूर्ण रूप से गणतांत्रिक राज्य घोषित किया गया। गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय एकता और अखंडता का प्रतीक है। श्री विश्वास ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर ने कहा था कि शिक्षा शेरनी का दूध है, जो पिएगा वही दहाड़ेगा. बच्चों का भविष्य माता-पिता के हाथ में है। वे बच्चों में जैसी सोच पैदा करेंगे, बच्चे वैसे ही बनेंगे। हमें बाबा साहेब जी का गुणगान करने के साथ-साथ उनके द्वारा दी गई शिक्षाओं को भी आचरण में लाना चाहिए। अंत में उन्होंने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों को उचित शिक्षा देने की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि बच्चे पढ़-लिखकर समाज की भलाई और देश की प्रगति में अपना बहुमूल्य योगदान दे सकें। समारोह के मुख्य वक्ता एवं बहुजन समाज के चिंतक श्री चमन लाल चनकोआ ने कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन से हर व्यक्ति को वोट देने का समान अधिकार मिला है चाहे वह अमीर हो या गरीब। भारतीय संविधान की बदौलत हजारों वर्षों से मानवाधिकारों से वंचित समाज को देश की मुख्यधारा में शामिल होने का सम्मान मिला है। आज देश में दिन-ब-दिन अंधविश्वास, कर्मकांड, जातिवाद और संप्रदायवाद बढ़ता जा रहा है। जिसके भविष्य में खतरनाक परिणाम होंगे। नागरिकों की अभिव्यक्ति की आजादी खत्म की जा रही है. बेशक भारत के लोग आज अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं, लेकिन संविधान निर्माताओं के सपनों का भारत साकार नहीं हो सका। व्यवस्था में भी ज्यादा बदलाव नहीं हुआ. हमारे देश की सरकारों ने लोकतंत्र को तानाशाही में बदल दिया है। जिसके परिणाम निकट भविष्य में घातक होंगे। बाद में डिप्टी कमांडेंट श्री नरिंदर कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि समाज में धर्म के नाम पर चल रही गतिविधियों और मान्यताओं से भारतीय संविधान का अपमान हो रहा है. बेशक हम विज्ञान के युग में रहते हैं, लेकिन हमारी सोच असंवैधानिक है। अगर हमें देश को ऊंचाइयों पर ले जाना है तो हमें अपनी मानसिकता बदलनी होगी। समाज के बच्चों को साहित्यिक रूप से मजबूत करने के लिए प्रबुद्ध भारत संस्थानों की ओर से डॉ. अंबेडकर के संदेश पुस्तिका पर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले और 50% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले आरसीएफ के विभिन्न गांवों के प्रतियोगियों को स्मृति चिन्ह और 250/- रुपये नकद से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मिशनरी कवि दरबार भी आयोजित किया गया। जिसमें श्री रंजीत सपना, अबरार अंसारी, झलमान सिंह, जसपाल चौहाल, राज कुमार प्रजापति, धर्मपाल पैंथर आदि कवियों ने बहुजन महापुरूषों के जीवन एवं मिशन को समर्पित कविताएं प्रस्तुत कीं। गवर्नमेंट मिडिल स्कूल आरसीएफ के बच्चों ने कोरियोग्राफी 'मेरा रंग दे बसंती चौला' प्रस्तुत कर देशभक्ति की भावना जगाई। इसके अलावा ऑल इंडिया एससी/एसटी एसोसिएशन के जोनल अध्यक्ष जीत सिंह, जोनल सचिव सोहन सिट्टा, ओबीसी एसोसिएशन के जोनल अध्यक्ष उमा शंकर सिंह, अंबेडकरी चिंतक निरवैर सिंह और सामाजिक कार्यकर्ता अमरजीत सिंह मल्ल आदि ने भारतीय संविधान पर अपने विचार पेश किए अध्यक्ष कृष्णलाल जस्सल ने गणमान्य अतिथियों एवं दर्शकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि सोसायटी जल्द ही एक कंप्यूटर सेंटर एवं एक कोचिंग सेंटर खोलने जा रही है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतोख राम जनागल, उपाध्यक्ष निर्मल सिंह, पूरन चंद बोध, संपादक देश राज, अशोक भारती, बामसेफ संयोजक कश्मीर सिंह, गुरबख्श सलोह, प्रेम कुमार कपूरथला, कानूनी सलाहकार रणजीत सिंह, रविंदर कुमार, राजेश कुमार, शिव कुमार सुल्तानपुरी, मंजीत सिंह कलपुरिया, मदन लाल सूद, सोनू आर्यवाल, अशोक कुमार, हरदीप सिंह, कृष्ण सिंह, अरविंद कुमार, जगजीवन राम, गुरमुख सिंह, प्रनीश कुमार, ब्रह्म दास, राजिंदर सिंह, अमरजीत रूड़की, आरके पाल और सुरेश चंद्र बोध आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।