
भारी बारिश किसानों के लिए आफत बनी, कोटली खुर्द गाँव में सैकड़ों एकड़ फसलें पानी में डूबीं
पैगाम-ए-जगत/मौर मंडी, 15 जुलाई- मौड़ विधानसभा क्षेत्र के गाँवों में भारी बारिश किसानों के लिए आफत बन गई है, जहाँ खेतों में जलभराव के कारण सैकड़ों एकड़ खरीफ की फसलें पानी में डूब गई हैं, जिससे किसानों को लाखों रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है।
पैगाम-ए-जगत/मौर मंडी, 15 जुलाई- मौड़ विधानसभा क्षेत्र के गाँवों में भारी बारिश किसानों के लिए आफत बन गई है, जहाँ खेतों में जलभराव के कारण सैकड़ों एकड़ खरीफ की फसलें पानी में डूब गई हैं, जिससे किसानों को लाखों रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है।
जानकारी के अनुसार, मौड़ विधानसभा क्षेत्र के आस-पास के गाँवों में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण कई गाँवों के खेत जलमग्न हो गए हैं, खासकर कोटली खुर्द गाँव में लगभग 250 एकड़ फसलें पानी में डूब गई हैं, जिससे खेतों में रोपी गई धान, बोई गई मूंग की फसलें पानी में डूब गई हैं। कई फीट पानी भरने से मक्के की फसल के भी नष्ट होने का डर है। किसानों के मोटर/ट्यूबवेल पानी में डूब गए हैं।
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर की गाँव कोटली खुर्द इकाई के अध्यक्ष भोला सिंह ने कहा कि सैकड़ों एकड़ ज़मीन पानी में डूबने से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। खेती पहले से ही संकट में थी और पानी ने फसलों को डुबो दिया है। सबसे बड़ा झटका पट्टे पर खेती करने वाले किसानों को लगा है, जिन्हें अब अपने ठेके चुकाने में भी मुश्किल होगी।
किसानों ने बताया कि उनके मोटरसाइकिल आदि भी पानी में डूब गए हैं, मक्के की फसल की अभी कटाई होनी थी, लेकिन अब ज़्यादा जलभराव के कारण मक्के में ट्रैक्टर नहीं चल पाएंगे। किसानों ने कहा कि अब खेतों में पानी इतना ज़्यादा है कि जल्द ही दूसरी फसलों की बिजाई भी संभव नहीं होगी, जिससे पहले लगाई गई धान की लागत भी डूब जाएगी।
स्थिति की जानकारी देते हुए किसानों ने बताया कि जब किसान खेतों में फसल के अवशेषों को आग लगाते हैं तो प्रशासन को सैटेलाइट के ज़रिए ही पता चलता है, लेकिन अब अगर प्रशासन ख़ुद खेतों में आकर नुकसान देखे तो दो किसानों को मदद मिल सकती है।
