मोहाली पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर चलाकर भोले-भाले लोगों को ठगने वाले 2 सेंटरों के 10 व्यक्तियों को पकड़ा

एसएएस नगर, 23 जून- रेंज एंटी-नारकोटिक्स कम स्पेशल ऑपरेशन सेल (रेंज रूपनगर कैंप, सेक्टर 79) मोहाली की टीम ने फर्जी कॉल सेंटर चलाकर भोले-भाले लोगों को ठगने वाले दो सेंटरों के 10 व्यक्तियों को पकड़ा है।

एसएएस नगर, 23 जून- रेंज एंटी-नारकोटिक्स कम स्पेशल ऑपरेशन सेल (रेंज रूपनगर कैंप, सेक्टर 79) मोहाली की टीम ने फर्जी कॉल सेंटर चलाकर भोले-भाले लोगों को ठगने वाले दो सेंटरों के 10 व्यक्तियों को पकड़ा है।
विवरण देते हुए, स्पेशल ऑपरेशन सेल की डीएसपी रूपिंदर दीप कौर सोही ने बताया कि इन व्यक्तियों को डीआईजी श्री हरचरण सिंह भुल्लर के निर्देशों पर सामाजिक विरोधी तत्वों के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान पकड़ा गया। वे फर्जी कॉल सेंटर चलाकर विदेशी भोले-भाले लोगों को लैपटॉप और कंप्यूटर पर लॉगिन करके ठग रहे थे।
उन्होंने बताया कि रेंज एंटी-नारकोटिक्स कम स्पेशल ऑपरेशन सेल की टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर दरबारा सिंह की अगुआई में पुलिस ने मंचंदा टावर (प्लॉट नंबर डी-133 सी, फेज-7, मोहाली) पर छापा मारा, जहां पहली और तीसरी मंजिल पर फर्जी कॉल सेंटर चल रहे थे। पहली मंजिल पर कॉल सेंटर के मालिक मनमीत सिंह बनवैत, निवासी सेक्टर 53, मोहाली, और कर्मचारी सदस्य (अनमोल मल्होत्रा, निवासी शिवजोत खरड़, मोहाली; जसनीत कौर, निवासी खरड़; नर्मिता, निवासी सेक्टर 117, मोहाली; गुरप्रीत सिंह, फेज-1, मोहाली; वूग्सम हंगेजियो, निवासी दीमापुर सदर, नागालैंड, वर्तमान में पीजी बलोंगी में रह रहा है) को 5 लैपटॉप, हेडफोन, 9 मोबाइल फोन और कार्यालय के काम के लिए उपयोग की जाने वाली लक्जरी गाड़ियों (जिनमें एक फॉर्च्यूनर, एक जैज, और एक वर्ना शामिल हैं) के साथ पकड़ा गया।
उन्होंने बताया कि ये व्यक्ति फर्जी कॉल सेंटर चलाकर पेपैल के जरिए ईमेल ब्लास्टिंग के माध्यम से विदेशी लोगों को बिटकॉइन खरीद और अमेजन खरीद के संबंध में ईमेल भेजते थे। जब विदेशी लोग दिए गए टोल-फ्री नंबरों (जो उनके लैपटॉप पर एकलाइट ऐप पर चलते थे) पर कॉल करते थे, तो उन्हें बताया जाता था कि उनका पेपैल अकाउंट हैक हो गया है या अवैध गतिविधियों के लिए उपयोग किया जा रहा है, और विभिन्न स्थानों पर ऑनलाइन बिटकॉइन खरीदारी की जा रही है। फिर कॉलर यह कहकर कि उनकी कॉल बैंक को ट्रांसफर की जा रही है, कॉल को उसी कार्यालय में बैठे सहकर्मी को दे देता था, जो रिफंड के लिए ऐप्पल गिफ्ट कार्ड मांगता, उसमें से पैसे निकाल लेता, और USDT और हवाला के माध्यम से अपने पास ट्रांसफर कर भारत में नकद कर लेता, इस तरह विदेशी लोगों को ठगा जाता था।
उन्होंने आगे बताया कि इस इमारत की तीसरी मंजिल पर फर्जी कॉल सेंटर बनाकर विदेशी भोले-भाले लोगों को कंप्यूट पर लॉगिन करके ठगा। मैनेजर, मोरिया नाथ उर्फ क्रिस्टोफर, निवासी द्वारका, दिल्ली (वर्तमान में एरो सिटी, मोहाली में रहने वाला), और उनके सहायक कर्मचारी ईशु कुमार, निवासी हिमाचल प्रदेश (वर्तमान में स्वराज इनक्लेव, सांते माजरा, खरड़ में रहने वाला), रिनचेन विनायिल, निवासी भूटान (वर्तमान में JBP क्रेस्ट, खरड़ में रहने वाला), और डॉली कुमारी, निवासी झारखंड (वर्तमान में सरिला अपार्टमेंट, सिवालिक सिटी, खरड़ में रहने वाली) को पकड़ा गया। उनके पास से 4 सीपीयू, 4 हेडफोन, और मैनेजर के 5 मोबाइल फोन बरामद किए गए।
उन्होंने बताया कि ये व्यक्ति एक ट्रैवेल कंपनी के नाम पर फर्जी कॉल सेंटर चलाकर एक वेबसाइट के माध्यम से विज्ञापन देकर विदेशी लोगों को सस्ते दरों पर टिकट की पेशकश करते थे। फिर विदेशी लोगों को कॉल करके उनके क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी प्राप्त कर, टिकट बुकिंग के नाम पर विभिन्न वेंडरों के माध्यम से अवैध रूप से रजिस्टर्ड पेमेंट गेटवे पर चार्ज कर लिया जाता था। ईमेल के माध्यम से ग्राहक से लेनदेन को मंजूरी ले ली जाती थी, और पेमेंट गेटवे वाले अपना कमीशन काटकर आरोपियों को उनके खातों या नकद में भारत में पैसे दे देते थे। टिकट न देकर विदेशी भोले-भाले लोगों को ठगा जाता था।