
भूमि अधिग्रहण संघर्ष कमेटी के नेताओं की रिहाई के लिए 2 जून को नवांशहर में प्रदर्शन।
नवांशहर, 28 मई-संगरूर जिले के गांव बेचिराग में ईसवां बीर की जमीन पर बेगमपुरा बसाने का एलान करने वाली ‘भूमि अधिग्रहण संघर्ष कमेटी’ के सैकड़ों नेताओं व कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर ग्रामीण व खेत मजदूर संगठनों का संयुक्त मोर्चा 20 मई को पंजाब के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगा। प्रदर्शन से पहले बस स्टॉप नवांशहर में रैली की जाएगी।
नवांशहर, 28 मई-संगरूर जिले के गांव बेचिराग में ईसवां बीर की जमीन पर बेगमपुरा बसाने का एलान करने वाली ‘भूमि अधिग्रहण संघर्ष कमेटी’ के सैकड़ों नेताओं व कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर ग्रामीण व खेत मजदूर संगठनों का संयुक्त मोर्चा 20 मई को पंजाब के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगा। प्रदर्शन से पहले बस स्टॉप नवांशहर में रैली की जाएगी।
यह फैसला आज शहीद मलकीत चंद महली भवन नवांशहर में हुई मजदूर संगठनों की बैठक में लिया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए ग्रामीण मजदूर यूनियन के जिला नेता कमलजीत सनावा ने बताया कि भूमि अधिग्रहण संघर्ष कमेटी ने एलान किया है कि 20 मई को संगरूर जिले के ईसवां बीर में 927 एकड़ जमीन मजदूरों में बांटी जाएगी और वहां बेगमपुरा बसाया जाएगा।
पंजाब की मान सरकार की पुलिस ने गांवों में छापेमारी कर नाके लगाए और कमेटी के सैकड़ों नेताओं व कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया, जिनमें बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता भी शामिल हैं। इतना ही नहीं कल भी पुलिस ने कमेटी के अध्यक्ष मुकेश मलौद के घर के ताले तोड़ दिए और दहशत फैलाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मान सरकार का मजदूर विरोधी व लोकतंत्र विरोधी चेहरा उजागर हो गया है।
इस बैठक को कामरेड निरंजन दास, अखिल भारतीय मजदूर सभा की नेता परमिंदर मेनका, संतोख पाल, गुरबख्श कौर, धर्म पाल, सराधु राम, पंजाब खेत मजदूर सभा के नेता सुरिंदर भट्टी, सुखदेव सिंह राहों ने संबोधित करते हुए कहा कि मान सरकार राज्य में लैंड सीलिंग एक्ट लागू करे और साढ़े सत्रह एकड़ अतिरिक्त जमीन मजदूरों व भूमिहीन किसानों में बांटे। फोटो कैप्शन: बैठक को संबोधित करते संतोख पाल।
