सुरक्षा के लिए स्व, नागरिक एवं राष्ट्रीय रक्षा प्रशिक्षण जरूरी - प्राचार्य संतोष गोयल

पटियाला: देश एवं विश्व में आपदाओं, युद्धों एवं घटनाओं के दौरान कीमती जीवन को बचाने एवं जीवन को बचाने के लिए स्व, नागरिक रक्षा एवं राष्ट्रीय रक्षा प्रशिक्षण, अभ्यास एवं मॉक ड्रिल ही विद्यार्थियों, युवाओं एवं नागरिकों में भय को समाप्त कर उन्हें स्वयं की रक्षा एवं पीड़ितों की देखभाल के लिए तैयार कर सकते हैं।

पटियाला: देश एवं विश्व में आपदाओं, युद्धों एवं घटनाओं के दौरान कीमती जीवन को बचाने एवं जीवन को बचाने के लिए स्व, नागरिक रक्षा एवं राष्ट्रीय रक्षा प्रशिक्षण, अभ्यास एवं मॉक ड्रिल ही विद्यार्थियों, युवाओं एवं नागरिकों में भय को समाप्त कर उन्हें स्वयं की रक्षा एवं पीड़ितों की देखभाल के लिए तैयार कर सकते हैं। 
यह विचार पंजाब नागरिक रक्षा कंपनी कमांडर श्री करमजीत सिंह भिंडर एवं आर्यन कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पटियाला की प्राचार्य श्रीमती संतोष गोयल ने श्री काका राम वर्मा, स्वयंसेवी नागरिक रक्षा द्वारा आर्यन स्कूल में पांच विद्यालयों के 55 विद्यार्थियों एवं अध्यापकों के लिए आयोजित आपदा प्रबंधन, नागरिक रक्षा, प्राथमिक उपचार, अग्नि सुरक्षा, युद्ध के दौरान स्वयं की एवं दूसरों की रक्षा पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशंसा प्रमाण पत्र वितरित करते हुए व्यक्त किए।
प्राचार्य श्रीमती संतोष गोयल ने कहा कि विभिन्न संकटों एवं दुर्घटनाओं के मद्देनजर बच्चों एवं आमजन में भय को समाप्त करने, बच्चों एवं उनके माध्यम से अभिभावकों को जागरूक करने एवं उन्हें देश में वफादार एवं जिम्मेदार नागरिक बनाने तथा पीड़ितों के लिए देवदूत के रूप में सहायक बनने में ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम बहुत उपयोगी सिद्ध होंगे।
शिविर में आर्यन कन्या स्कूल, ग्रीन वेल स्कूल, नेशनल हाई स्कूल, वीर हकीकत राय तथा श्री राम आर्यन स्कूल के विद्यार्थियों व अध्यापकों को युद्ध, आपदा, घरेलू घटनाएं, सड़क दुर्घटनाएं, हृदयाघात, हृदयाघात, प्राथमिक उपचार की एबीसीडी, रिकवरी पोजीशन, वेंटिलेटर कृत्रिम श्वसन, सीपीआर, पट्टियों, तख्तों का प्रयोग, पीड़ितों का बचाव व परिवहन के व्यावहारिक तरीके काका राम वर्मा द्वारा सिखाए गए। 
प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। करमजीत सिंह भिंडर ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गांवों व शहरों में आपदा प्रबंधन नागरिक सुरक्षा अधिनियम के तहत गांवों, मोहल्लों, कॉलोनियों में ऐसे व्यावहारिक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं तथा विद्यार्थियों, अध्यापकों व युवाओं को नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक के रूप में तैयार किया जा रहा है।