सीवर पाइप बिछाने का विरोध कर रहे नेताओं को पुलिस ने भेजा जेल

मौड़ मंडी- शहरवासियों को गंदे पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए सीवरेज बोर्ड मौड़ द्वारा गांव घासोखाना व माइसरखाना से लसारा ड्रेन तक सीवर पाइप लाइन बिछाई जा रही है। घासोखाना गांव के निवासियों ने किसान यूनियन के साथ मिलकर इसका विरोध किया।

मौड़ मंडी- शहरवासियों को गंदे पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए सीवरेज बोर्ड मौड़ द्वारा गांव घासोखाना व माइसरखाना से लसारा ड्रेन तक सीवर पाइप लाइन बिछाई जा रही है। घासोखाना गांव के निवासियों ने किसान यूनियन के साथ मिलकर इसका विरोध किया। 
परिणामस्वरूप, शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों, किसान नेताओं और ग्राम पंचायत नेताओं को हिरासत में लेकर नंदगढ़ थाने में बंद कर दिया गया और बाद में जेल भेज दिया गया। उल्लेखनीय है कि गांव की पंचायत ने एसडीएम साहब को एक ज्ञापन भी दिया था जिसमें मांग की गई थी कि सीवरेज पाइप लाइन को गांव घासोखाना से न गुजार कर सीधे बठिंडा-मानसा हाईवे के साथ लगते लसारा ड्रेन में डाला जाए। 
लेकिन जब ग्रामीणों ने इस पाइपलाइन का विरोध करना शुरू कर दिया और धरना लगा दिया तो प्रशासन ने भारी पुलिस बल लेकर गांव के सरपंच हरजस सिंह, किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष बलदेव सिंह संदोहा, जिला नेता रेशम सिंह यात्री, ब्लॉक अध्यक्ष बलविंदर सिंह जोधपुर सहित 26 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इससे पहले किसान यूनियन के नेता रेशम सिंह यात्री और सरपंच हरजस सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह सीवरेज पाइप लाइन बठिंडा-मानसा हाईवे के किनारे मौड़ मंडी से गांव भाई बख्तौर तक बिछाई गई है, लेकिन अब यह पाइप लाइन गांव घासोखाना से होकर गुजर रही है। 
जिस स्थान से यह पाइप लाइन गुजर रही है वह बहुत संकरा है और पाइप लाइन बिछाने के लिए हजारों पेड़ों को काटना पड़ेगा। इसके अलावा गांव को जोड़ने वाली सड़क और जलापूर्ति करने वाली पाइपों को भी काफी नुकसान पहुंचेगा। 
नेताओं ने कहा कि ग्रामीण मांग कर रहे हैं कि पाइपलाइन को रेलवे लाइन के नीचे से गुजारा जाए तथा इसे सीधे बठिंडा-मानसा राजमार्ग के किनारे लसारा नाले में डाला जाए।