क्लास फोर गवर्नमेंट इंप्लाइज यूनियन पंजाब; अध्यक्ष चीफ फॉरेस्टर से मांगों पर सहमति बनने के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित

पटियाला 27 मई 2025 क्लास फोर गवर्नमेंट इंप्लाइज यूनियन पंजाब (1680) के प्रमुख नेताओं की एक मीटिंग कल वन भवन मोहाली में अध्यक्ष चीफ फॉरेस्टर श्री परमिंदर शर्मा जी के साथ हुई। मीटिंग में वन मंत्री के साथ पहले से चर्चा की जा चुकी करीब 1 दर्जन मांगों की समीक्षा की गई।

पटियाला 27 मई 2025 क्लास फोर गवर्नमेंट इंप्लाइज यूनियन पंजाब (1680) के प्रमुख नेताओं की एक मीटिंग कल वन भवन मोहाली में अध्यक्ष चीफ फॉरेस्टर श्री परमिंदर शर्मा जी के साथ हुई। मीटिंग में वन मंत्री के साथ पहले से चर्चा की जा चुकी करीब 1 दर्जन मांगों की समीक्षा की गई। 
मीटिंग में फैसला लिया गया कि दिहाड़ीदार कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची की दोबारा समीक्षा की जाएगी और जो भी आपत्तियां प्राप्त होंगी, उनकी विभाग द्वारा स्क्रीनिंग रिव्यू कमेटी द्वारा समीक्षा की जाएगी। इस प्रकार फैसला लिया गया कि वन कर्मचारियों को काम से नहीं हटाया जाएगा। 
अगर जरूरत पड़ी तो यूनियन कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया जाएगा और काम की जरूरत के अनुसार ही उसे काम पर बुलाया जाएगा। फैसला लिया गया कि क्षेत्रीय कार्यालय वन कर्मचारियों को हर महीने वेतन देने में देरी करते थे, अब वे हर हाल में हर महीने की 10 तारीख को वेतन देने के लिए बाध्य होंगे। पुराने कर्मियों की सेवानिवृत्ति के मुद्दे तथा प्रधान मुख्य वनपाल द्वारा क्षेत्रीय कार्यालयों को विचार करने के लिए अलग से निर्देश जारी किए जाएंगे। 
जिससे काम कम या ज्यादा होने पर कर्मियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बैठक में प्रधान मुख्य वनपाल ने बैठक में कर्मियों के आंकड़े प्रस्तुत किए, जिसमें विशेष रूप से दैनिक वेतन भोगी कर्मियों के नियमितीकरण के बारे में चर्चा की गई। 2011 की नीति में छूटे कर्मियों के आंकड़े इस प्रकार हैं: वन 2011 की नीति में छूटे 72 कर्मियों को 2011 से नियमित माना जाएगा। 
इस तरह 16-05-2023 की नीति के अनुसार 506 कर्मियों को नियमित किया जाएगा। इस तरह 378 कर्मचारियों को भी 2023 की नीति में शामिल करके नियमित किया जाएगा। मुख्य वनपाल ने नेताओं को आश्वासन दिया कि निकट भविष्य में वित्त विभाग तथा कार्मिक विभाग की मंजूरी जारी कर दी जाएगी तथा उन्हें तदनुसार नियमितीकरण आदेश दिए जाएंगे। 
इस तरह बैठक में वन निगम के कर्मचारियों को नियमित करने तथा वेतन आदि मुद्दों के संबंध में पंजाब राज्य वन निगम के महाप्रबंधक श्री संजय बांसल ने भी आश्वासन दिया कि जल्द ही वन निगम के कर्मचारियों को भी विभाग की तर्ज पर कर दिया जाएगा। इस तरह वन वन्य जीव वन निगम के कर्मचारियों की अन्य मांगों पर भी चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा। 
बैठक में जो यूनियन के प्रमुख नेता दर्शन सिंह लुबाना, सुखदेव सिंह सुरतापुरी, रणजीत सिंह रणवां, बलजिंदर सिंह, जगमोहन सिंह नोलखा, करतार पाल, कृष्ण प्रसाद, मेला सिंह पुणेवाल, प्रेम चंद, तरलोचन मारू, दर्शन सिंह मूलेवाल, बलविंदर सिंह सरभा, रमन शर्मा, प्रकाश लुबाना, तरलोचन मंडोली, नछत्तर लालरू, निशान सिंह, सोम दत्त शर्मा, हरजिंदर सिंह अमलोह, नाजर सिंह, मेहर सिंह, महल सिंह, जसपाल सिंह मोगा, चंद्रभान पटियाला शामिल थे। 
अधिकारियों से मुलाकात के बाद नेताओं ने अपनी अलग बैठक कर वन भवन के सामने शुरू होने वाले अनिश्चितकालीन धरने को स्थगित करने की घोषणा की तथा मांगों पर हुई वार्ता पर संतोष व्यक्त किया।