
युद्ध और आपदाओं के दौरान प्रशिक्षण अभ्यास से बचा जा सकता है - गुरलवदीप सिंह।
युद्ध और आपदाएं अचानक आती हैं और विनाश का कारण बनती हैं, लेकिन संकट के समय केवल वही लोग बच सकते हैं और पीड़ितों की मदद कर सकते हैं, जिन्हें नागरिक सुरक्षा, प्राथमिक चिकित्सा, सीपीआर, वेंटिलेटर कृत्रिम श्वसन और घायलों की देखभाल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह संदेश पंजाब होमगार्ड सिविल डिफेंस के डीजीपी ने भेजा है।
युद्ध और आपदाएं अचानक आती हैं और विनाश का कारण बनती हैं, लेकिन संकट के समय केवल वही लोग बच सकते हैं और पीड़ितों की मदद कर सकते हैं, जिन्हें नागरिक सुरक्षा, प्राथमिक चिकित्सा, सीपीआर, वेंटिलेटर कृत्रिम श्वसन और घायलों की देखभाल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह संदेश पंजाब होमगार्ड सिविल डिफेंस के डीजीपी ने भेजा है।
जिला कमांडर गुरलवदीप सिंह नागरिक सुरक्षा, प्राथमिक चिकित्सा, सीपीआर, घायलों की देखभाल के प्रशिक्षण, अभ्यास और मॉक ड्रिल के माध्यम से छात्रों, शिक्षकों और नागरिकों को पीड़ितों का मददगार दोस्त बनने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं और युवाओं को नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवक बनने और युद्ध, आपदाओं और आपात स्थितियों के दौरान देशवासियों की मदद के लिए तैयार रहने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
प्राथमिक चिकित्सा सुरक्षा स्वास्थ्य जागरूकता मिशन एवं नागरिक सुरक्षा पटियाला के मुख्य प्रशिक्षक काका राम वर्मा ने मोहन दीप सिंह कंपनी कमांडर के नेतृत्व में ग्रीन लैंड पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल पटियाला के विद्यार्थियों एवं अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया तथा मॉक ड्रिल करवाई कि युद्ध के दौरान बम व मिसाइलों से फैलने वाली जहरीली गैसों, तीव्र गर्मी, तेज रोशनी तथा धुएं से जमीन पर या खाइयों में लेटकर बचा जा सकता है, क्योंकि गैसें व धुआं जमीन से 2/3 फुट ऊपर रहते हैं।
उन्होंने ढही हुई इमारतों से पीड़ितों को बचाव, परिवहन एवं प्राथमिक चिकित्सा, सीपीआर, रिकवरी पोजीशन, वेंटिलेटर कृत्रिम श्वसन, रक्त के प्रवाह को रोकना, टूटी हड्डियों को स्थिर करना तथा मौके पर मिलने वाली सामग्री चादरें, पगड़ी, लाठी, रस्सी, टहनियां, नीबू का प्रयोग करने संबंधी प्रशिक्षण अभ्यास करवाया।
प्रिंसिपल श्रीमती मंजू गर्ग ने विद्यार्थियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि नफरत, अहंकार, घमंड, घातक रासायनिक व परमाणु हथियारों, बदले की भावना व प्रयासों के कारण हमेशा युद्ध हुए हैं तथा मानवता नष्ट हुई है। इस समय प्रत्येक विद्यार्थी, अध्यापक, नागरिक कर्मचारी को भारतीय नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवक के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वयं की रक्षा करने तथा पीड़ितों की सहायता करने के लिए तत्पर रहना चाहिए।
विद्यार्थियों, अध्यापकों तथा अभिभावकों ने अपनी प्रधानाचार्या श्रीमती मंजू गर्ग, काका राम वर्मा तथा नागरिक सुरक्षा अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यदि सुरक्षा, बचाव तथा सहायता के लिए प्रशिक्षण अभ्यास तथा मॉक ड्रिल निरंतर जारी रहे तो प्रत्येक नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक को सड़कों पर, अपने घरों, मोहल्लों तथा घरों में मर रहे लोगों की देखभाल करनी चाहिए। बच्चों ने देश तथा विश्व में शांति, भाईचारे तथा खुशहाली की प्रार्थना की।
