जीवन जोत परियोजना के तहत बाल भिक्षावृत्ति के विरुद्ध अभियान जारी

नवांशहर- निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देश पर ज़िले में चल रहे अभियान के तहत, नवांशहर के बस स्टैंड, कोठी रोड, बंगा रोड रेलवे रोड पर बाल भिक्षावृत्ति के विरुद्ध जाँच अभियान चलाया गया और 18 वर्ष से कम आयु के तीन बच्चों को मुक्त कराया गया।

नवांशहर- निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देश पर ज़िले में चल रहे अभियान के तहत, नवांशहर के बस स्टैंड, कोठी रोड, बंगा रोड रेलवे रोड पर बाल भिक्षावृत्ति के विरुद्ध जाँच अभियान चलाया गया और 18 वर्ष से कम आयु के तीन बच्चों को मुक्त कराया गया। 
उपायुक्त अंकुरजीत सिंह के निर्देश पर, परियोजना जीवन जोत के क्रियान्वयन हेतु ज़िले में बाल भिक्षावृत्ति के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। ज़िला कार्यक्रम अधिकारी जगरूप सिंह के नेतृत्व और ज़िला बाल संरक्षण अधिकारी कंचन अरोड़ा की अध्यक्षता में, नवांशहर के बस स्टैंड, कोठी रोड, बंगा रोड रेलवे रोड पर जाँच अभियान चलाया गया। 
कंचन अरोड़ा ने बताया कि जाँच के दौरान, टीम ने 18 वर्ष से कम आयु के तीन बच्चों को मुक्त कराया, जिसके बाद उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु आगे की कार्रवाई की जा सके। जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने दुकानदारों व आम जनता को जागरूक करते हुए कहा कि 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों से भीख मंगवाना अपराध है। 
बाल भिक्षावृत्ति को जड़ से समाप्त करने के लिए भीख मांगने वाले बच्चों को भीख में पैसे न दिए जाएं बल्कि उनके अभिभावकों की काउंसलिंग की जाए ताकि वे अपने बच्चों को भीख मांगने की बजाय स्कूल भेजें। इस अवसर पर बाल संरक्षण अधिकारी गौरव शर्मा ने जरूरतमंद बच्चों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही स्पॉन्सरशिप योजना की भी जानकारी दी, जिसके तहत जरूरतमंद व असहाय बच्चों को अपने बच्चों की शिक्षा के लिए 4000 रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता दी जाती है। 
इसके अलावा उन्होंने बस स्टैंड पर उपस्थित टैक्सी चालकों व आम जनता को आजकल बच्चों पर हो रहे तमाम तरह के अत्याचारों के बारे में जागरूक किया तथा उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की और कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति 18 वर्ष से कम आयु के किसी बच्चे को भीख मांगते हुए देखता है तो इस बारे में सूचना जिला बाल संरक्षण इकाई, कमरा नंबर 309, दूसरी मंजिल, डीसी कार्यालय या चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर दी जाए। 
चेकिंग टीम में बाल संरक्षण अधिकारी गौरव शर्मा व संतोष डीईओ, सीडीपीओ कार्यालय से सुपरवाइजर हरभजन कौर, पुलिस विभाग से मेहर चंद एएसआई व सुरजीत सिंह के साथ-साथ शिक्षा विभाग से प्राइमरी अध्यापक मोहित गुंबर भी शामिल थे।