सेहत विभाग की ओर से वर्धमान स्पिनिंग मिल में राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर सेमिनार आयोजित किया गया

होशियारपुर- आज राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार शगोत्रा ​​के निर्देशानुसार वर्धमान स्पिनिंग मिल होशियारपुर में डेंगू पर जिला स्तरीय जागरूकता सेमिनार का आयोजन “देखें, साफ करें, ढकें: डेंगू को हराने के उपाय अपनाएं” थीम के अंतर्गत जिला एपीडिमोलोजिस्ट डॉ. जगदीप सिंह के नेतृत्व में एचआर श्री नरिंदर सिंह राणा के सहयोग से वर्धमान स्पिनिंग मिल में सेमिनार का आयोजन किया गया।

होशियारपुर- आज राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार शगोत्रा ​​के निर्देशानुसार वर्धमान स्पिनिंग मिल होशियारपुर में डेंगू पर जिला स्तरीय जागरूकता सेमिनार का आयोजन “देखें, साफ करें, ढकें: डेंगू को हराने के उपाय अपनाएं” थीम के अंतर्गत जिला एपीडिमोलोजिस्ट डॉ. जगदीप सिंह के नेतृत्व में एचआर श्री नरिंदर सिंह राणा के सहयोग से वर्धमान स्पिनिंग मिल में सेमिनार का आयोजन किया गया। 
इस कार्यक्रम में एसएमओ ईएसआई डॉ. कमलजीत सिंह चौहान, जिला एपीडिमोलोजिस्ट डॉ. जगदीप सिंह, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर डॉ. तृप्ता देवी, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर मैडम रमनदीप कौर, एचआई तरसेम सिंह, जसविंदर सिंह और विशाल पुरी और एएनएम मनीषा ठाकुर और सुरिंदर कौर ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए डॉ. कमलजीत सिंह चौहान ने कहा कि मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए मच्छरों के प्रजनन को रोकना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि आम जनता इसके फैलने के कारणों, बचाव संबंधी सावधानियों और इसके लक्षणों के बारे में पूरी तरह जागरूक हो जाए, तभी हम डेंगू को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
डॉ. जगदीप सिंह ने डेंगू के बारे में पीपीटी के माध्यम से बताया कि डेंगू एक प्रकार का गंभीर बुखार है जो मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है और यह मच्छर सुबह और शाम को काटता है। यह खुले और खड़े जल स्रोतों में प्रजनन करता है, जैसे कूलर, फूलों के गमले, रेफ्रिजरेटर की ट्रे, बेकार टायर, तथा टूटे हुए गमले आदि, जिनमें पानी खड़ा रहता है। इसलिए, मच्छरों से खुद को बचाना महत्वपूर्ण है। 
इसके लिए आपको अपने कूलर, फूलों के गमले, पक्षियों के पानी के कटोरे और रेफ्रिजरेटर ट्रे को सप्ताह में एक बार साफ करना चाहिए। घर के आंगन, छतों, पुराने टायरों, टूटे बर्तनों आदि में पानी जमा नहीं होने देना चाहिए। अपने आस-पास की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर को पूरी तरह से ढकें।घरों एवं कार्यालयों में मच्छर भगाने वाली क्रीम, तेल आदि का प्रयोग करें तथा रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें।
इस अवसर पर उपस्थित एच आई तरसेम सिंह ने डेंगू के लक्षणों के बारे में बताया कि डेंगू के कारण सिर में तेज दर्द, तेज बुखार, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जी मिचलाना, उल्टी, थकान महसूस होना तथा त्वचा पर चकत्ते पड़ना, मुंह व मसूड़ों से खून आना आदि हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा कोई लक्षण दिखे तो तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में जाकर खून की जांच करवाएं तथा डॉक्टरी सलाह लें।
डिप्टी मास मीडिया अधिकारी डॉ. तृप्ता देवी ने बताया कि डेंगू बुखार एक वायरल बुखार है और यह पांच से सात दिन तक रहता है और फिर ठीक हो जाता है। बुखार होने पर डॉक्टर से परामर्श के बिना स्वयं कोई दवा न लें। केवल पैरासिटामोल का उपयोग किया जाना चाहिए। एस्पिरिन या इबुप्रोफेन का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। जिला अस्पताल में डेंगू बुखार की जांच और सहायक उपचार निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है।
कार्यक्रम के अंत में एचआर नरिंदर सिंह राणा ने स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम को धन्यवाद दिया और अपने कर्मचारियों को यह जानकारी आगे भी साझा करने का आश्वासन दिया।