बुद्ध जयंती पर निर्वाण कुटिया माहिलपुर में विशेष समारोह आयोजित किया गया

माहिलपुर, 12 मई- तथागत भगवान बुद्ध के 2589वें प्रकाश उत्सव (बुद्ध जयंती) के अवसर पर आज निर्वाण कुटिया माहिलपुर में विशेष समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर सबसे पहले तथागत भगवान बुद्ध व अन्य महान बुद्धों के चित्रों के समक्ष ज्ञान के प्रतीक के रूप में अगरवत्ती जलाई गई। त्रिशरण व बुद्ध वंदना के बाद सामूहिक ध्यान किया गया तथा सभी के कल्याण की कामना की गई।

माहिलपुर, 12 मई- तथागत भगवान बुद्ध के 2589वें प्रकाश उत्सव (बुद्ध जयंती) के अवसर पर आज निर्वाण कुटिया माहिलपुर में विशेष समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर सबसे पहले तथागत भगवान बुद्ध व अन्य महान बुद्धों के चित्रों के समक्ष ज्ञान के प्रतीक के रूप में अगरवत्ती जलाई गई। त्रिशरण व बुद्ध वंदना के बाद सामूहिक ध्यान किया गया तथा सभी के कल्याण की कामना की गई।
 इस अवसर पर रेखा रानी अध्यक्ष जय भीम कारवां चैरिटेबल सोसायटी राज माहिलपुर, निर्मल कौर बोध, अमरजीत कौर, परमजीत कौर, गगनदीप कौर, जीवन कुमारी, संतोष कुमारी, बेवी मुगोवाल, हंस राज कनाडा, डॉ. हरि पाल सिंह रत्तू, मास्टर जय राम बारियां, जरनैल राम स्टार रिफ्रेशमेंट हवेली रोड माहिलपुर, सुखविंदर कुमार, थानेदार सुखदेव सिंह, निर्मल सिंह मुगोवाल संचालक निरवान कुटिया माहिलपुर आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर रेखा रानी अध्यक्ष जय भीम कारवां चैरिटेबल सोसायटी राज माहिलपुर ने कहा कि तथागत भगवान बुद्ध का मार्ग शांति, करुणा, ज्ञान और तर्कशीलता का मार्ग है। 
जिस पर चलकर हर व्यक्ति शांतिपूर्ण और खुशहाल जीवन जी सकता है। इस अवसर पर निर्मल कौर बोध ने कहा कि आज दुनिया को युद्ध की नहीं बल्कि बुद्ध की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर जी ने 1956 में नागपुर की धरती पर लाखों लोगों की मौजूदगी में बौद्ध धर्म ग्रहण किया और इसे भारत में पुनर्जीवित किया। सुखविंदर कुमार और मास्टर जय राम बारियां ने आए हुए सभी साथियों का धन्यवाद किया और देश के मौजूदा हालात पर चर्चा की। 
इस मौके पर केक भी काटा गया। समारोह के अंत में जरनैल राम सुपर रिफ्रेशमेंट हवेली रोड माहिलपुर और डॉ. हरिपाल सिंह रत्तू को उनकी बेहतरीन सेवाओं के लिए सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। समारोह के अंत में सभी ने एक साथ चाय पी और एक दूसरे को बुद्ध जयंती की बधाई दी।