
भारत ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना की जांच में मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को ठुकराया।
नई दिल्ली, 27 जून - भारत ने 12 जून को गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच में मदद के लिए एक जांचकर्ता को शामिल करने के संयुक्त राष्ट्र के अनुरोध को ठुकरा दिया है। रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत इसकी अनुमति नहीं देगा। कुछ सुरक्षा विशेषज्ञों ने ब्लैक बॉक्स डेटा के विश्लेषण में देरी के लिए इसकी आलोचना की थी।
नई दिल्ली, 27 जून - भारत ने 12 जून को गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच में मदद के लिए एक जांचकर्ता को शामिल करने के संयुक्त राष्ट्र के अनुरोध को ठुकरा दिया है। रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत इसकी अनुमति नहीं देगा। कुछ सुरक्षा विशेषज्ञों ने ब्लैक बॉक्स डेटा के विश्लेषण में देरी के लिए इसकी आलोचना की थी।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को ठुकराया
आपको बता दें कि 12 जून को अहमदाबाद में बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर दुर्घटना में 260 लोगों की मौत की घटना के बाद, संयुक्त राष्ट्र की विमानन एजेंसी ने भारत को जांच में सहायता के लिए अपना एक जांचकर्ता उपलब्ध कराने की पेशकश की थी।
इससे पहले, अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) ने कुछ जांचों में मदद करने के लिए जांचकर्ताओं को तैनात किया था, जैसे कि 2014 में एक मलेशियाई विमान के लापता होने और फिर 2020 में एक यूक्रेनी जेटलाइनर की जांच। हालांकि, दोनों बार एजेंसी से सहायता मांगी गई थी।
रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि आईसीएओ ने भारत स्थित जांचकर्ता के लिए पर्यवेक्षक का दर्जा मांगा था, लेकिन भारतीय अधिकारियों ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इस खबर को सबसे पहले टाइम्स नाउ ने रिपोर्ट किया था।
ब्लैक बॉक्स से डाउनलोड किया गया डेटा भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि जांचकर्ताओं ने दुर्घटनाओं के करीब दो हफ्ते बाद फ्लाइट रिकॉर्डर डेटा डाउनलोड किया है।
इससे पहले सुरक्षा विशेषज्ञों ने 13 जून को मिले संयुक्त ब्लैक बॉक्स और 16 जून को मिले दूसरे सेट की स्थिति समेत जांच के बारे में जानकारी के अभाव पर भी सवाल उठाए थे। रिपोर्ट कब मिलेगी? इस बारे में भी सवाल उठाए गए थे कि रिकॉर्डर भारत में पढ़े जाएंगे या अमेरिका में?
इस हफ्ते की शुरुआत में भारतीय उड्डयन मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा था कि विभाग आईसीएओ के सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है। आपको बता दें कि ज्यादातर हवाई दुर्घटनाएं कई कारणों से होती हैं और शुरुआती रिपोर्ट दुर्घटना के करीब 30 दिन बाद मिलती है।
