माता सुरजीत कौर के गर्भ का सितारा विदेश में चमका। प्रोफेसर डॉ. अमरीक सिंह अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी अधिकारी।

होशियारपुर - माता सुरजीत कौर व पिता स्वर्गीय सरदार जोगिंदर सिंह कानूनगो के पुत्र प्रोफेसर डा. अमरीक सिंह ने अपने माता-पिता का नाम विदेश में रोशन किया। और मलेशिया में विश्व कबड्डी टूर्नामेंट में भारत के सर्वश्रेष्ठ अधिकारी का खिताब जीता। उनकी पत्नी श्रीमती रविंदर कौर ने भी उनकी सफलता में बहुत योगदान दिया है। जिस दिन से रविंदर कौर इस परिवार में आईं, प्रोफेसर अमरीक सिंह हमेशा प्रगति की ओर बढ़ते रहे।

होशियारपुर - माता सुरजीत कौर व पिता स्वर्गीय सरदार जोगिंदर सिंह कानूनगो के पुत्र प्रोफेसर डा. अमरीक सिंह ने अपने माता-पिता का नाम विदेश में रोशन किया। और मलेशिया में विश्व कबड्डी टूर्नामेंट में भारत के सर्वश्रेष्ठ अधिकारी का खिताब जीता। उनकी पत्नी श्रीमती रविंदर कौर ने भी उनकी सफलता में बहुत योगदान दिया है। जिस दिन से रविंदर कौर इस परिवार में आईं, प्रोफेसर अमरीक सिंह हमेशा प्रगति की ओर बढ़ते रहे।
उनके दो बेटे हैं - प्रणीत सिंह (डिप्टी मैनेजर, पंजाब नेशनल बैंक) और पृथिश वीर सिंह (कनाडा निवासी)। प्रोफेसर डॉ. अमरीक सिंह ने कहा कि मुझे यह सब स्वर्गीय कबड्डी कोच सरवन सिंह बल (महाराजा रणजीत सिंह पुरस्कार विजेता) कोच साहिब की प्रेरणा से प्राप्त हुआ है, जिन्होंने मुझे कबड्डी के प्रति प्रेरित किया। स्कूली शिक्षा के दौरान मेरा चयन स्पोर्ट्स विंग, कपूरथला में हुआ और मैंने पंजाब स्कूल गेम्स में दूसरा स्थान तथा पंजाब राज्य चैम्पियनशिप में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
उच्च शिक्षा के दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान तथा अखिल भारतीय अन्तर विश्वविद्यालय कबड्डी प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। उन्होंने पंजाब टीम की कप्तानी की और तीन बार जूनियर राष्ट्रीय खेलों में भाग लिया। ये खेल नासिक (महाराष्ट्र), हैदराबाद और आंध्र प्रदेश में आयोजित किये गये। कबड्डी के साथ-साथ उन्होंने भारोत्तोलन प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया तथा बॉडी बिल्डिंग में मिस्टर पंजाब और मिस्टर पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला का खिताब जीता। एमपीईडी और एनआईएस (डिप्लोमा) में अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्हें 1988 में कॉलेज में शारीरिक शिक्षा शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया।
कॉलेज में सहायक प्रोफेसर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने एनसीसी में कैप्टन और युवा समन्वयक युवा सेवाएं विभाग पंजाब और हरियाणा, हिमाचल, चंडीगढ़ के रूप में कार्य किया, नई दिल्ली में खेल कप का नेतृत्व किया और गुरु नानक देव विश्वविद्यालय की खेल समिति की नियुक्ति भी प्राप्त की। उन्होंने पंजाब सरकार द्वारा आयोजित विश्व कबड्डी कप में लगातार चार वर्षों तक रेफरी के रूप में कार्य किया तथा चार बार इंडिया पुलिस गेम्स में तकनीकी अधिकारी के रूप में कार्य किया। वह वर्तमान में यूरोपीय कबड्डी टूर्नामेंट और ब्रिटिश कबड्डी टूर्नामेंट में लगातार चार वर्षों से मुख्य तकनीकी अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने 17 से 23 मार्च 2025 तक न्यूजीलैंड, मलेशिया, पेरू (दक्षिण अमेरिका), जिया को (यूके), इटली, बर्मिंघम (यूके) में आयोजित विश्व कबड्डी कप में भाग लिया है।
इंग्लैंड की लड़कियों और लड़कों की टीमों के मुख्य कोच के रूप में कार्य किया, जो विश्व कप में दूसरे स्थान पर रहीं। राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी व अंतरराष्ट्रीय स्तर के अधिकारी रहे राज्य पुरस्कार विजेता रोशन लाल शर्मा ने बताया कि प्रोफेसर डॉ. अमरीक सिंह खेलों के साथ-साथ अपने विषय के भी विशेषज्ञ हैं और विश्वविद्यालय ने उन्हें दो वर्ष के लिए शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के लिए सदस्य नियुक्त किया है तथा उन्होंने कॉलेज में रजिस्ट्रार व उप प्राचार्य के पद पर कार्य किया है तथा डॉक्टरेट (पीएचडी) की उपाधि भी प्राप्त की है। 
श्री रोशन जी ने कहा कि डॉ. अमरीक सिंह बहुत ही सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। और बहुत ही सादा जीवन जीने के साथ-साथ उन्हें धार्मिक मामलों का भी बहुत ज्ञान है। खिलाड़ी उनके व्यक्तित्व से बहुत प्रेरित थे। उनके बड़े भाई सरदार मान सिंह राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं और कर्नल जरनैल सिंह उप निदेशक सैनिक कल्याण अधिकारी, पंजाब के पद पर कार्यरत हैं तथा रणजीत सिंह गुरु नानक कॉलेज, कपूरथला में शारीरिक शिक्षा शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।
प्रोफेसर डॉ. अमरीक सिंह अंतरराष्ट्रीय ड्यूटी पर जाने से पहले हमेशा अपनी मां का आशीर्वाद लेते हैं और अपनी सफलता के लिए हमेशा भगवान को धन्यवाद देते हैं।