हंगामी स्थिति से निपटने के लिए भगवंत मान सरकार द्वारा पुख्ता तैयारियां, 47 करोड़ रुपये की लागत से अग्निशमन मशीनरी सीमावर्ती जिलों में तैनात

साहिबजादा अजीत सिंह नगर/चंडीगढ़, 10 मई: सीमावर्ती इलाकों में तनाव की स्थिति के चलते किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने की तैयारियों के तहत पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में हंगामी सेवाओं को मजबूत करने के लिए 47 करोड़ रुपये की लागत वाले अग्निशमन यंत्र/उपकरण राज्य के लोगों को समर्पित किए हैं।

साहिबजादा अजीत सिंह नगर/चंडीगढ़, 10 मई: सीमावर्ती इलाकों में तनाव की स्थिति के चलते किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने की तैयारियों के तहत पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में हंगामी सेवाओं को मजबूत करने के लिए 47 करोड़ रुपये की लागत वाले अग्निशमन यंत्र/उपकरण राज्य के लोगों को समर्पित किए हैं।
जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के साथ-साथ सीमाओं पर पैदा हो रहे तनाव के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने के लिए छोटे और मध्यम फायर टेंडर (अग्निशमन या इमरजेंसी व्हीकल) और अन्य जरूरी मशीनरी सहित 47 करोड़ रुपये के अग्निशमन यंत्र राज्य के लोगों को समर्पित किए हैं। 
भगवंत सिंह मान ने कहा कि इनमें डिजास्टर डिप्लॉयमेंट किट (डीडी किट), हाइड्रोलिक कॉम्बी टूल कोलैप्स स्ट्रक्चर एंड रेस्क्यू किट (सीएसएसआर किट), गैस डिटेक्टर, फायर एंट्री सूट, बैटरी बैकअप लाइटिंग टावर, बहु-उद्देश्यीय फायर टेंडर, क्विक रिस्पांस व्हीकल और अन्य उपकरण शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उपकरण पठानकोट, राजासांसी, फिरोजपुर और अन्य संवेदनशील स्थानों पर तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के चलते सीमा पर पैदा होने वाली किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने में मददगार होंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार सीमावर्ती निवासियों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि यह मशीनरी/उपकरण संकट के समय राहत और बचाव कार्यों में अधिक मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वर्तमान समय में किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में सशस्त्र सेनाओं की मदद के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही है।