
निशिकांत दुबे ने एसवाई कुरैशी की तुलना मुस्लिम कमिश्नर से की।
नई दिल्ली, 20 अप्रैल - भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ टिप्पणी का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि अब उन्होंने पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी पर निशाना साधा है और कहा है कि वह चुनाव आयुक्त नहीं बल्कि 'मुस्लिम आयुक्त' थे। इससे पहले कुरैशी ने वक्फ संशोधन अधिनियम की आलोचना की थी। कुरैशी की टिप्पणी पर आज प्रतिक्रिया देते हुए दुबे ने कहा, "आप चुनाव आयुक्त नहीं थे, आप एक मुस्लिम आयुक्त थे।" आपके कार्यकाल में झारखंड के संथाल परगना में सबसे अधिक बांग्लादेशी घुसपैठियों को मतदाता बनाया गया।
नई दिल्ली, 20 अप्रैल - भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ टिप्पणी का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि अब उन्होंने पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी पर निशाना साधा है और कहा है कि वह चुनाव आयुक्त नहीं बल्कि 'मुस्लिम आयुक्त' थे। इससे पहले कुरैशी ने वक्फ संशोधन अधिनियम की आलोचना की थी। कुरैशी की टिप्पणी पर आज प्रतिक्रिया देते हुए दुबे ने कहा, "आप चुनाव आयुक्त नहीं थे, आप एक मुस्लिम आयुक्त थे।" आपके कार्यकाल में झारखंड के संथाल परगना में सबसे अधिक बांग्लादेशी घुसपैठियों को मतदाता बनाया गया।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले दुबे ने सुप्रीम कोर्ट पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर कानून सिर्फ सुप्रीम कोर्ट बनाता है तो संसद और विधानसभाओं को बंद कर देना चाहिए। इस संबंध में दुबे ने सबसे पहले एक्स पर पोस्ट किया, जिसके बाद उन्होंने एजेंसी से बात की और आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट विधानसभा द्वारा पारित कानूनों को रद्द करके संसद की कानून बनाने की शक्ति को अपने हाथ में ले रहा है, इतना ही नहीं राष्ट्रपति को निर्देश भी दे रहा है। उन्होंने अदालत पर देश में धार्मिक युद्ध को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
उन्होंने 'X' पर लिखा था, 'अगर सुप्रीम कोर्ट ही कानून बना सकता है तो संसद भवन बंद कर देना चाहिए।' उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब सर्वोच्च न्यायालय वक्फ (संशोधन) अधिनियम की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। इसके बाद विपक्षी दलों ने भाजपा नेता के इस बयान की कड़ी निंदा की है और नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा विपक्षी दलों के कई सदस्यों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले का स्वयं संज्ञान लेकर कार्रवाई करेगा।
