गुरदीप सिंह सैनी के गजल संग्रह औड़ ते बरसात और जसवन्त गिल के कविता संग्रह जिंदगी दे परछावां को सम्मानित किया गया।

अमृतसर- वार्षिक साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन भाई वीर सिंह हॉल में साहित्यिक पत्रिका एकम की संपादक बड़ी बहन अर्तिंदर संधू की देखरेख में किया गया। हर साल एकम किसी कवि को उनकी पहली किताब चुनकर सम्मानित करता है और इस बार अपनी पहली ही ग़ज़ल किताब से खास जगह बनाने में सफल रहे प्रसिद्ध ग़ज़ल लेखक गुरदीप सिंह सैनी को उनकी पहली ग़ज़ल किताब और ते बरसात के लिए सम्मानित किया गया तथा जन मुद्दों पर कविताएं लिखने वाले कवि जसवंत गिल समालसर को उनके पहले कविता संग्रह जिंदगी दे परछावां के लिए सम्मानित किया गया।

अमृतसर- वार्षिक साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन भाई वीर सिंह हॉल में साहित्यिक पत्रिका एकम की संपादक बड़ी बहन अर्तिंदर संधू की देखरेख में किया गया। हर साल एकम किसी कवि को उनकी पहली किताब चुनकर सम्मानित करता है और इस बार अपनी पहली ही ग़ज़ल किताब से खास जगह बनाने में सफल रहे प्रसिद्ध ग़ज़ल लेखक गुरदीप सिंह सैनी को उनकी पहली ग़ज़ल किताब और ते बरसात के लिए सम्मानित किया गया तथा जन मुद्दों पर कविताएं लिखने वाले कवि जसवंत गिल समालसर को उनके पहले कविता संग्रह जिंदगी दे परछावां के लिए सम्मानित किया गया।
जसवंत गिल के विदेश में होने के कारण यह सम्मान उनके बड़े भाई, प्रसिद्ध कवि/आलोचक चरणजीत समालसर ने ग्रहण किया। इसके बाद जहां अरिन्दर संधू जी ने सभी का स्वागत किया तथा एकम की गतिविधियों के बारे में संक्षिप्त में पूरी जानकारी साझा की, वहीं प्रसिद्ध अभिनेता केवल धालीवाल, डॉ. मोहन त्यागी तथा सुरजीत बराड़ ने अपने अमूल्य विचार साझा किए। 
बाद के कवि सम्मेलन में, मेरे सहित अन्य लोगों ने भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं। मंच पर कवियों को विशेष सम्मान से भी सम्मानित किया गया। इसके अलावा अमृतसर के प्रसिद्ध कवि और लेखक मित्रों से बातचीत करने का भी अवसर मिला, जिनमें प्रसिद्ध ग़ज़ल कवि सरबजीत सिंह संधू भी शामिल थे। कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा।