
चित्रकार शोभा सिंह द्वारा बनाए गए गुरु हरगोबिंद साहिब के चित्र का जनसंपर्क विभाग द्वारा बिना परिवार की सहमति के उपयोग को खेदजनक - संजीवन
एस.ए.एस. नगर, 22 मई- नाटककार और नाट्य निर्देशक संजीवन सिंह ने कहा है कि पंजाब सरकार के जनसंपर्क विभाग द्वारा विश्व प्रसिद्ध चित्रकार शोभा सिंह (1893 में पंजाब सरकार द्वारा ‘राज कलाकार’ के रूप में सम्मानित) के परिवार की औपचारिक सहमति के बिना, उनके द्वारा बनाए गए गुरु हरगोबिंद साहिब के चित्र से उनके हस्ताक्षर हटाकर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर साझा करना खेदजनक है। उन्होंने कहा कि इस तरह के शर्मनाक कृत्य मनोरंजन जगत में तो अक्सर होते रहते हैं, लेकिन किसी सरकारी विभाग का यह शायद पहला कृत्य है।
एस.ए.एस. नगर, 22 मई- नाटककार और नाट्य निर्देशक संजीवन सिंह ने कहा है कि पंजाब सरकार के जनसंपर्क विभाग द्वारा विश्व प्रसिद्ध चित्रकार शोभा सिंह (1893 में पंजाब सरकार द्वारा ‘राज कलाकार’ के रूप में सम्मानित) के परिवार की औपचारिक सहमति के बिना, उनके द्वारा बनाए गए गुरु हरगोबिंद साहिब के चित्र से उनके हस्ताक्षर हटाकर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर साझा करना खेदजनक है। उन्होंने कहा कि इस तरह के शर्मनाक कृत्य मनोरंजन जगत में तो अक्सर होते रहते हैं, लेकिन किसी सरकारी विभाग का यह शायद पहला कृत्य है।
यहाँ जारी बयान में उन्होंने कहा कि शोभा सिंह की कलाकृतियाँ भारत सरकार के कॉपीराइट एक्ट के तहत पंजीकृत हैं और सभी प्रकाशन अधिकार परिवार के पास सुरक्षित हैं। इसके बावजूद, गुरु हरगोबिंद साहिब के चित्र का बिना अनुमति और कलाकार का नाम हटाकर उपयोग करना कॉपीराइट एक्ट का सीधा उल्लंघन है।
जनसंपर्क विभाग की कार्रवाई की निंदा करते हुए संजीवन ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, अन्यथा कोई भी सरकारी विभाग गुरुओं, संतों और पैगंबरों की शिक्षाओं, और महान साहित्यकारों और कलाकारों की कलाकृतियों को तोड़-मरोड़कर बिना उनके नाम के उपयोग करने की हिमाकत कर सकता है।
