
पूर्व छात्रों को श्रद्धांजलि: एक प्रेरणादायक सांस्कृतिक संध्या
चंडीगढ़, 17 अप्रैल 2025: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ओल्ड स्टूडेंट्स एसोसिएशन (पिकोसा), पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़, अपने विशेष वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम “रैमेम्बरिंग दी लेजेंड्स” का आयोजन कर रहा है। यह शाम तीन विश्वप्रसिद्ध पूर्व छात्रों की प्रेरणादायक उपलब्धियों और उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित है। इस कार्यक्रम की शुरुआत “पेक के महान पूर्व छात्रों की प्रतिमाओं के उद्घाटन समारोह” से होगी, जिनमें पद्म विभूषण सतीश चंद्र धवन (बैच 1945, मैकेनिकल), पद्म भूषण इंजीनियर जसपाल सिंह भट्टी (बैच 1978, इलेक्ट्रिकल), और नासा डिस्टिंगुइशिद मैडल 2003 से सम्मानित इंजीनियर कल्पना चावला (बैच 1982, एयरोस्पेस) शामिल हैं। यह आयोजन कल यानि कि शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025 को शाम 4:00 बजे पेक ऑडिटोरियम में शुरू होगा।
चंडीगढ़, 17 अप्रैल 2025: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ओल्ड स्टूडेंट्स एसोसिएशन (पिकोसा), पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़, अपने विशेष वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम “रैमेम्बरिंग दी लेजेंड्स” का आयोजन कर रहा है। यह शाम तीन विश्वप्रसिद्ध पूर्व छात्रों की प्रेरणादायक उपलब्धियों और उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित है। इस कार्यक्रम की शुरुआत “पेक के महान पूर्व छात्रों की प्रतिमाओं के उद्घाटन समारोह” से होगी, जिनमें पद्म विभूषण सतीश चंद्र धवन (बैच 1945, मैकेनिकल), पद्म भूषण इंजीनियर जसपाल सिंह भट्टी (बैच 1978, इलेक्ट्रिकल), और नासा डिस्टिंगुइशिद मैडल 2003 से सम्मानित इंजीनियर कल्पना चावला (बैच 1982, एयरोस्पेस) शामिल हैं। यह आयोजन कल यानि कि शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025 को शाम 4:00 बजे पेक ऑडिटोरियम में शुरू होगा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुश्री प्रेरणा पुरी, आईएएस, सेक्रेटरी टेक्निकल एजुकेशन, चंडीगढ़ प्रशासन, इस शाम की गरिमा बढ़ाएंगी। उनके साथ ही, हमारे बीच उपस्थित होंगे डॉ. सतीश कुमार (पद्मश्री) – पूर्व महानिदेशक, डीआरडीओ; पूर्व निदेशक, एनआईटी कुरुक्षेत्र; और डीआरडीओ के आर्मामेंट रिसर्च बोर्ड के चेयरमैन, जो पेक (एयरोस्पेस, 1980 बैच) के पूर्व छात्र भी हैं, साथ ही श्रीमती सविता भट्टी, दिवंगत पद्म भूषण जसपाल भट्टी की धर्मपत्नी विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगी। इस शाम की अध्यक्षता प्रो. (डॉ.) राजेश कुमार भाटिया, निदेशक, पेक, द्वारा की जाएगी।
इस आयोजन को पिकोसा के अध्यक्ष इंजीनियर मनीष गुप्ता और महासचिव इंजीनियर एच.एस. ओबेरॉय के नेतृत्व में आयोजित किया जा रहा है, जिनके साथ इंजीनियर संजीव मौदगिल, इंजीनियर पी.डी.एस. संधू, और इंजीनियर जोरावर सिंह का भी सक्रिय योगदान रहा है। इस शाम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की श्रृंखला होगी जिसमें शामिल है—एक भावनात्मक कव्वाली, हास्य और प्रेरणा से भरा एक नाटक जो पूर्व छात्रों के जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर करेगा, पेक के सांस्कृतिक क्लब द्वारा पारंपरिक भांगड़ा नृत्य, और हमारे दिवंगत महान पूर्व छात्रों के दोस्तों व सहकर्मियों द्वारा कुछ मार्मिक यादें भी साझा की जाएँगी।
इसके अतिरिक्त, पिकोसा की ओर से विभिन्न पाठ्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मेधावी छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जाएंगी, जो संस्था की युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह बहुप्रतीक्षित संध्या पुराने छात्रों, वर्तमान छात्रों और शिक्षकों को एक मंच पर लाकर, पेक के समृद्ध इतिहास को मनाने और भावी पीढ़ियों को प्रेरित करने का अवसर प्रदान करेगी।
