बम पर बयान: प्रताप बाजवा मोहाली पुलिस स्टेशन में पेश नहीं हुए।

मोहाली/चंडीगढ़, 14 अप्रैल – पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ‘बम वाले बयान’ मामले में आज मोहाली पुलिस स्टेशन में होने वाली पूछताछ में शामिल नहीं हुए। मोहाली के एसपी हरबीर सिंह अटवाल ने कल बाजवा को तलब किया था और उन्हें सोमवार दोपहर 12 बजे पंजाब पुलिस के स्टेट साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन फेज-7 में जांच में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि, बाजवा पुलिस स्टेशन नहीं पहुंचे। करीब एक घंटे पहले बाजवा के वकील प्रदीप सिंह विर्क पुलिस स्टेशन पहुंचे और बाजवा की ओर से अधिकारियों को एक आवेदन सौंपकर कल यानी 15 अप्रैल तक पेश होने के लिए मोहलत मांगी। अब वह (बाजवा) मंगलवार दोपहर 2 बजे मोहाली पुलिस स्टेशन पहुंचेंगे और जांच में शामिल होंगे।

मोहाली/चंडीगढ़, 14 अप्रैल – पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ‘बम वाले बयान’ मामले में आज मोहाली पुलिस स्टेशन में होने वाली पूछताछ में शामिल नहीं हुए। मोहाली के एसपी हरबीर सिंह अटवाल ने कल बाजवा को तलब किया था और उन्हें सोमवार दोपहर 12 बजे पंजाब पुलिस के स्टेट साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन फेज-7 में जांच में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि, बाजवा पुलिस स्टेशन नहीं पहुंचे।
करीब एक घंटे पहले बाजवा के वकील प्रदीप सिंह विर्क पुलिस स्टेशन पहुंचे और बाजवा की ओर से अधिकारियों को एक आवेदन सौंपकर कल यानी 15 अप्रैल तक पेश होने के लिए मोहलत मांगी। अब वह (बाजवा) मंगलवार दोपहर 2 बजे मोहाली पुलिस स्टेशन पहुंचेंगे और जांच में शामिल होंगे।
एक निजी टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में बाजवा ने सूत्रों का हवाला देते हुए दावा किया कि पंजाब में 50 बम पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 18 बमों का विस्फोट हो चुका है तथा 32 का विस्फोट होना बाकी है। इस संबंध में पंजाब पुलिस के स्टेट साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन फेज-7 में बाजवा के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि एसपी मोहाली की ओर से जारी नोटिस में बाजवा को आज दोपहर 12 बजे मोहाली के फेज 7 स्थित साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में पेश होने को कहा गया है। मोहाली पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 353 (2), 197 (1) डी के तहत प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ मामला (एफआईआर नंबर 19) दर्ज किया गया है।
एक निजी टीवी चैनल पर साक्षात्कार के दौरान बाजवा ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पंजाब में कई बम मिले हैं, जिनमें से 18 फट चुके हैं जबकि 32 बम और पड़े हैं। इसके बाद राजनीति गरमा गई। पंजाब सरकार ने लंबे समय के बाद किसी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता को न्याय के कटघरे में खड़ा किया है। एक निजी टीवी चैनल पर बाजवा के खुलासे के बाद जब मामला सामने आया तो मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने बाजवा के आवास पर दस्तक दी। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर लाइव होकर बाजवा से पूछा कि बमों के बारे में उनकी जानकारी का स्रोत क्या है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि अगर बाजवा के पास ऐसी कोई सूचना है तो यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह इसे पंजाब पुलिस के साथ साझा करें। इसके बाद राज्य खुफिया एजेंसी की एक टीम चंडीगढ़ के सेक्टर 8 स्थित बाजवा के घर उनका बयान दर्ज करने पहुंची। खुफिया एजेंसी के सदस्यों ने कहा था कि बाजवा ने बमों के बारे में जानकारी के स्रोत का खुलासा करने से इनकार कर दिया था। हालांकि, बाजवा ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री उनके खिलाफ मामला दर्ज कराते हैं तो यह राजनीतिक प्रतिशोध होगा।