एनसीसी कैडेट्स को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, घंडुआ में नशा न करने और यातायात नियमों का पालन करने के बारे में जागरूक किया गया

खरड़ (साहिबजादा अजीत सिंह नगर), 08 जुलाई: श्री हरमनदीप सिंह हंस, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिला एसएएस नगर, श्री नवनीत सिंह महल पीपीएस। नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान और यातायात नियमों के प्रति जागरूकता के तहत पुलिस अधीक्षक यातायात द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के तहत, करनैल सिंह पीपीएस, उप पुलिस अधीक्षक, यातायात द्वारा एनसीसी कैडेट्स को नशा न करने और यातायात नियमों का पालन करने के बारे में जागरूक करने के लिए 8 जुलाई को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, घंडुआ में एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया।

खरड़ (साहिबजादा अजीत सिंह नगर), 08 जुलाई: श्री हरमनदीप सिंह हंस, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिला एसएएस नगर, श्री नवनीत सिंह महल पीपीएस। नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान और यातायात नियमों के प्रति जागरूकता के तहत पुलिस अधीक्षक यातायात द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के तहत, करनैल सिंह पीपीएस, उप पुलिस अधीक्षक, यातायात द्वारा एनसीसी कैडेट्स को नशा न करने और यातायात नियमों का पालन करने के बारे में जागरूक करने के लिए 8 जुलाई को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, घंडुआ में एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य लोगों को नशे के दुष्प्रभावों, यातायात नियमों का पालन करने और खेलों के महत्व के बारे में जागरूक करना था। 
इसके साथ ही एनसीसी कैडेट्स को यह भी बताया गया कि मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 199ए के तहत अगर 18 वर्ष से कम आयु का बच्चा वाहन चलाता है तो उसके माता-पिता को 3 साल की कैद, 25 हजार रुपए तक का जुर्माना तथा 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे को वाहन देने वाले को भी 3 साल की कैद या जुर्माना हो सकता है। 
इसके साथ ही सरकार द्वारा चलाई जा रही गुड सेमेरिटन अवार्ड योजना के बारे में भी लोगों को जागरूक किया गया तथा बताया गया कि अगर कोई भी व्यक्ति किसी दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की मदद करता है तो उसे सरकार द्वारा 2000 रुपए (फरिश्ते योजना के तहत) दिए जाएंगे। इस अवसर पर चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, घंडुआ के पदाधिकारियों ने जागरूकता सेमिनार आयोजित करने के लिए डीएसपी ट्रैफिक का आभार व्यक्त किया। 
उप पुलिस अधीक्षक यातायात एस. करनैल सिंह पीपीएस ने अंत में एनसीसी कैडेट्स को समझाया कि आप इस सेमिनार से मिली सीख के बारे में अपने परिवार के सदस्यों को भी बताएं तथा उन्हें भी शराब पीकर व तेज गति से वाहन न चलाने के बारे में जागरूक करें तथा यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करें।