एक व्यक्ति द्वारा दान की गई आंखें दो अंधेरी जिंदगियों में लाती हैं रोशनी: संजीव अरोड़ा

होशियारपुर- रोटरी आई बैंक एवं कॉर्निया ट्रांसप्लांट सोसायटी ने अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी संजीव अरोड़ा के संरक्षण में गुरु नानक देव कॉलेज ऑफ एजुकेशन डल्लेवाल में नेत्रदान जागरूकता कैंप लगाया, जिसकी अध्यक्षता वाइस प्रिंसिपल मैडम पुष्पिंदर कौर ने की। इस अवसर पर सोसायटी के चेयरमैन जे.बी. बहल विशेष रूप से उपस्थित रहे।

होशियारपुर- रोटरी आई बैंक एवं कॉर्निया ट्रांसप्लांट सोसायटी ने अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी संजीव अरोड़ा के संरक्षण में गुरु नानक देव कॉलेज ऑफ एजुकेशन डल्लेवाल में नेत्रदान जागरूकता कैंप लगाया, जिसकी अध्यक्षता वाइस प्रिंसिपल मैडम पुष्पिंदर कौर ने की। इस अवसर पर सोसायटी के चेयरमैन जे.बी. बहल विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस अवसर पर विद्यार्थियों एवं स्टाफ को संबोधित करते हुए अध्यक्ष संजीव अरोड़ा ने उन्हें नेत्रदान की प्रक्रिया एवं मृत्यु के पश्चात नेत्रदान प्राप्त करने के बारे में जानकारी दी तथा कहा कि यदि आपके किसी प्रियजन की मृत्यु हो जाती है तो आपको बस सोसायटी के किसी भी सदस्य को फोन करना है, सोसायटी के सदस्य, विशेषज्ञ डॉक्टर अपनी टीम के साथ आपके घर पहुंचेंगे, जहां मृत्यु हुई है तथा मात्र 15-20 मिनट के भीतर नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी हो जाती है, जिससे चेहरे पर कोई फर्क नहीं पड़ता। 
श्री अरोड़ा ने कहा कि 6-10 घंटे के भीतर आंखें दान की जा सकती हैं तथा एक व्यक्ति द्वारा दान की गई आंखें दो लोगों की अंधेरी जिंदगियों में रोशनी लाती हैं। अरोड़ा ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे अपने घर जाकर अपने माता-पिता के साथ-साथ मोहल्ले के लोगों को भी नेत्रदान के प्रति जागरूक करें तथा स्वयं भी पुण्य का भागी बनें।
 उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने नेत्रदान शपथ पत्र नहीं भरा है, वह भी नेत्रदान कर सकता है। चेयरमैन जे.बी. बहल ने नए बनाए गए ड्राइविंग कानून के बारे में जागरूक करते हुए कहा कि जब भी कोई व्यक्ति यूरोपियन देश में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करता था, तो वहां बने नए कानून के अनुसार उसे अंगदान का कॉलम भरना अनिवार्य होता था। 
इसी का अनुसरण करते हुए रोटरी आई बैंक के प्रयासों से भारत में भी यह कानून लागू हो गया है। श्री बहल ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे जब भी अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाएं या रिन्यू करवाएं, तो अंगदान का कॉलम जरूर भरें तथा हां कहकर अपनी सहमति दें, ताकि वे भी इस पुण्य कार्य का भागी बन सकें। 
इस अवसर पर सचिव प्रिंसिपल डी.के. शर्मा ने नेत्रदान पर कविता "मैं अंधा हूं, रोशनी नहीं है, धरती से आसमान नहीं है" प्रस्तुत की, जिसने सभी का मन मोह लिया। वाइस प्रिंसिपल मैडम पुष्पिंदर कौर ने सोसायटी के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसी अंधे व्यक्ति को रोशनी प्रदान करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है और उन्होंने कहा कि वह समय-समय पर विद्यार्थियों और स्टाफ को नेत्रदान के बारे में जागरूक करती रहेंगी ताकि देश से अंधेपन को जल्द से जल्द खत्म करने का प्रयास किया जा सके। 
इस अवसर पर प्रिंसिपल डी.के. शर्मा, वीना चोपड़ा, मदन लाल महाजन, जसवीर कंवर, रेणु कंवर, कृष्ण किशोर, अश्वनी दत्ता और कॉलेज से मीनल, अमनदीप कौर, डॉ. मोनिका महाजन, जसवीर सैनी, प्रिया, नीरू बाला, मनिंदरजीत कौर, अरुण कुमार, कुलदीप कौर, प्रिया देवी, नीति रानी, गुरप्रीत कौर, कुलवंत कौर, रंजू बल, रमनदीप कौर, सुशासन व अन्य उपस्थित थे।