
शहीद भगत सिंह की विचारधारा और मजदूर मुक्ति विषय पर संगरूर में हुआ सम्मेलन
संगरूर- सम्मेलन की शुरुआत एक मिनट का मौन रख कर की गयी. कन्वेंशन को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक अध्यक्ष मंडल का गठन किया गया। जिसमें यूनियन के अमरीक सिंह, करमजीत कौर, दर्शन सिंह, हमीर सिंह मौजूद रहे। इस अवसर पर कन्वेंशन के मुख्य वक्ता यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संजीव मिंटू ने शहीद भगत सिंह की विचारधारा और मजदूरों की मुक्ति के सवाल पर बात करते हुए कहा कि आज भी भारत के लोग गुलामी की जिंदगी जीने को मजबूर हैं।
संगरूर- सम्मेलन की शुरुआत एक मिनट का मौन रख कर की गयी. कन्वेंशन को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक अध्यक्ष मंडल का गठन किया गया। जिसमें यूनियन के अमरीक सिंह, करमजीत कौर, दर्शन सिंह, हमीर सिंह मौजूद रहे। इस अवसर पर कन्वेंशन के मुख्य वक्ता यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संजीव मिंटू ने शहीद भगत सिंह की विचारधारा और मजदूरों की मुक्ति के सवाल पर बात करते हुए कहा कि आज भी भारत के लोग गुलामी की जिंदगी जीने को मजबूर हैं।
सत्ताधारी पार्टियां हमारे शहीदों के नाम पर राजनीति कर रही हैं। इसके अलावा जो लोग जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन लोगों को नक्सली, माओवादी बताकर फर्जी मुठभेड़ करके मारा जा रहा है। यहां तथाकथित लोकतंत्र भी दिखावा बन गया है। जमीन का बंटवारा खत्म किए बिना मेहनतकश लोगों की मुक्ति संभव नहीं है। आज के सम्मेलन को यूनियन के राज्य नेता दर्शन तहलियान और मास्टर बलवीर चंद लोंगोवाल ने भी संबोधित किया।
जिला अध्यक्ष बलजीत सिंह ने मंच सचिव की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। आज के सम्मेलन में यूनियन के जिला सचिव जगदीप ने प्रस्ताव पढ़े जिन्हें सम्मेलन में उपस्थित जनसमूह ने हाथ उठाकर पारित किया। इसके अलावा सम्मेलन में किसानों की गिरफ्तारी, जबरन तोड़फोड़, चूंके गांव में धरने से अध्यापकों को जबरन हटाने, गिरफ्तारी, इजरायल द्वारा फिलिस्तीनी लोगों पर अत्याचार और जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे आदिवासियों पर अंधाधुंध अत्याचार और फर्जी पुलिस मुठभेड़ों के खिलाफ महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए।
आज के सम्मेलन में प्रीत कौर धुरी, बिल्लू नमोल, निर्भय मौर आदि ने क्रांतिकारी गीत पेश किए। जिला नेता करमजीत कौर ने कार्यक्रम में आए लोगों का धन्यवाद किया। सम्मेलन जोरदार जयकारों के साथ समाप्त हुआ।
