खनन माफिया द्वारा अवैध खनन से सरकार की छवि धूमिल हो रही है।

नवांशहर, 26 मार्च- पंजाब सरकार ने पिछले कुछ दिनों में नशे की बुराई को खत्म करने के लिए जहां राज्य में बड़े पैमाने पर पीला पंजा चलाना शुरू कर दिया है, वहीं शहीद भगत सिंह नगर जिले की नवांशहर तहसील में बड़े पैमाने पर हो रही अवैध खनन ने सरकार की छवि को बड़े पैमाने पर धूमिल किया है।

नवांशहर, 26 मार्च- पंजाब सरकार ने पिछले कुछ दिनों में नशे की बुराई को खत्म करने के लिए जहां राज्य में बड़े पैमाने पर पीला पंजा चलाना शुरू कर दिया है, वहीं शहीद भगत सिंह नगर जिले की नवांशहर तहसील में बड़े पैमाने पर हो रही अवैध खनन ने सरकार की छवि को बड़े पैमाने पर धूमिल किया है। 
बेशक पंजाब सरकार ने सत्ता में आने पर दावा किया था कि अवैध खनन को हर कीमत पर रोका जाएगा, लेकिन सरकार का वह दावा धरा का धरा रह गया है और अवैध खनन चोर पूरी ताकत से खनन कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव शमशपुर में कई दिनों से रात के समय ट्रालियों के माध्यम से अवैध खनन चल रहा था। जब किसी ने इसे नहीं रोका तो शमशपुर निवासी खनन चोर के एक नजदीकी रिश्तेदार ने गांव तलवंडी सीबू में कुछ दिनों से यह गोरखधंधा शुरू कर दिया, जो बदस्तूर जारी है। वर्तमान में 100 रुपए किलो की दर से रेत की एक ट्रॉली 5,000 में बेचकर आम जनता को अंधाधुंध लूटा जा रहा है। 
 यहीं नहीं बल्कि गांव रतनाना, जिसकी जमीन सतलुज दरिया के जल प्रवाह के पार है, जोकि नवांशहर हलके में पड़ता है और वहां जाने के लिए लुधियाना जिले के गांवों से होकर गुजरना पड़ता है, जोकि हादीवाल गांव को बांध से जोड़ने वाली सड़क के ठीक सामने है, वहां पर पिछले 4 दिनों से बड़े स्तर पर अवैध खनन शुरू किया गया है, जहां विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार पहले दिन रात के समय 70 टिप्पर और 25 ट्रालियां रेत लेकर निकाली गईं, जब खनन विभाग या पुलिस विभाग का कोई भी कर्मचारी उनकी मदद के लिए नहीं आया तो उनके हौसले और भी बुलंद हो गए। 
पिछले तीन दिनों से खनन चोर सतलुज नदी से 140 टिप्पर और 70 से अधिक ट्रॉलियां रेत निकाल रहे हैं। यह भी पता चला है कि पिछले तीन दिनों से एक रोटर युक्त ट्रैक्टर जो ट्रालियों व टिप्परों में पानी भरने का काम कर रहा है, एक जेसीबी मशीन व 2 पोपलिन मशीनें रात को काम कर रही हैं और सुबह होते ही इन सभी मशीनों को नदी से बाहर निकाल लिया जाता है। सूत्रों ने यह भी बताया कि टिपर की कीमत 16,000 रुपये और ट्रॉली की कीमत 5,000 रुपये बताई जा रही है। 
सूत्रों ने यह भी बताया कि रतनाना, हादीवाल, कूमकलां और बलिएवाल के कुछ लोग रतनाना की इस जमीन पर घी का काम कर रहे हैं। इस मामले को लेकर किसान संगठनों से जुड़े नेता सुरिंदर सिंह बैंस, तरसेम सिंह बैंस, भूपिंदर सिंह वड़ैच, सुरिंदर सिंह और तथा परमजीत सिंह साहबपुर ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह सबसे पहले आम लोगों को सस्ता रेत मुहैया करवाए तथा उन खनन चोरों को पकड़े जो आंख मूंदकर लोगों को लूट रहे हैं।
 उन्होंने कहा कि खनन चोरों पर नकेल कसना खनन विभाग के साथ-साथ जिला पुलिस की भी जिम्मेदारी है। इस बारे में जब राहों थाना प्रमुख इंस्पेक्टर नंद लाल से बात की तो उन्होंने कहा कि यह मामला मेरे ध्यान में नहीं है और वह आज रात से गश्त बढ़ा देंगे, लेकिन माइनिंग विभाग की इसमें बड़ी जिम्मेदारी है, वह विभाग के साथ सुरक्षा का काम करते हैं। इस संबंध में जब खनन विभाग के जेई करण पंजोली से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
 इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के हलका इंचार्ज ललित मोहन पाठक बल्लू और नगर सुधार ट्रस्ट नवांशहर के चेयरमैन सतनाम सिंह जलवाहा ने कहा कि उनकी सरकार अवैध काम करने वालों के खिलाफ सख्त है और रहेगी। उन्होंने सख्त चेतावनी दी कि अवैध खनन करने वाले लोग नवांशहर हलके में यह काम न करें, अन्यथा वे खनन चोरों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे।