गढ़ी कानूनगो में पुलिस ने किसानों के ट्रैक्टर मार्च को चंडीगढ़ जाने से रोका।

5 मार्च नवांशहर-आज शहीद भगत सिंह नगर जिले की किरती किसान यूनियन का ट्रैक्टर मार्च, जो 5 मार्च को गांव मल्लपुर अरड़कां से शुरू हुआ था, चंडीगढ़ जाने के लिए तैयार था। उस मार्च में अन्य गांवों से भी किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ शामिल होकर बड़े काफिले के साथ चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए थे, लेकिन नवांशहर के पुलिस प्रशासन ने इस काफिले को गांव गढ़ी कानूनगो (बलाचौर) में ही रोक दिया।

5 मार्च नवांशहर-आज शहीद भगत सिंह नगर जिले की किरती किसान यूनियन का ट्रैक्टर मार्च, जो 5 मार्च को गांव मल्लपुर अरड़कां से शुरू हुआ था, चंडीगढ़ जाने के लिए तैयार था। उस मार्च में अन्य गांवों से भी किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ शामिल होकर बड़े काफिले के साथ चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए थे, लेकिन नवांशहर के पुलिस प्रशासन ने इस काफिले को गांव गढ़ी कानूनगो (बलाचौर) में ही रोक दिया। 
कीर्ति किसान यूनियन के नेताओं सुरिंदर सिंह बैंस जिला अध्यक्ष, भूपिंदर सिंह वड़ैच राज्य समिति सदस्य, तरसेम सिंह बैंस जिला सचिव, परमजीत सिंह शहाबपुर, सुरिंदर सिंह मेहरमपुर आदि ने कहा कि पंजाब सरकार के साथ किसान नेताओं की बैठक के दौरान आठ मांगों पर सहमति बन गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान यह कहकर बैठक से उठकर जाने को तैयार हो गए कि उनका अपॉइंटमेंट है। 
इसलिए किसान नेताओं ने कहा कि बाकी मांगों पर भी विचार किया जाए। तभी स. भगवंत सिंह मान अचानक भड़क गए और पूछा कि 5 मार्च का क्या प्रोग्राम है। तब किसान नेताओं ने कहा कि संघर्ष के लिए संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा प्रस्तावित प्रोग्राम ट्रैक्टर मार्च होगा और चंडीगढ़ में स्थायी धरना दिया जाएगा। इस पर स. भगवंत सिंह मान ने कहा कि मैं देखता हूं आप चंडीगढ़ कैसे पहुंच पाएंगे। 
इसलिए सरकार ने पुलिस प्रशासन को निर्देश जारी कर किसान नेताओं के घरों पर छापेमारी की। कई किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गया और कुछ किसान नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। इस पुलिस कार्रवाई की हर तरफ से निंदा की गई है। पंजाब सरकार निशाने पर आ गई है। 
इस समय अध्यक्ष सुरिंदर सिंह बैंस, भूपिंदर सिंह वड़ैच राज्य नेता, तरसेम सिंह बैंस सचिव, परमजीत सिंह शहाबपुर, सुरिंदर सिंह मेहरमपुर, जीवन बेगोवाल, कुलविंदर सिंह चहल, सोहन सिंह, दिलबाग सिंह चौधरी, बिक्कर सिंह, सुरजीत कौर उटाल महिला विंग पंजाब, मनजीत कौर, परमजीत कौर आदि मौजूद थे।