
बलौंगी पुलिस स्टेशन (मोहाली) को बड़ी सफलता, एक्सीडेंट केस सुलझाकर पीड़ित को दिलाया इंसाफ
मोहाली, 17 फरवरी: 13 नवंबर को बलौंगी के विजिंदर कुमार वाल्मीकि के इकलौते बेटे अरुण कुमार की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पीड़ित को इंसाफ दिलाने और फरार बस चालक को पकड़ने के लिए एससीबीसी महापंचायत पंजाब ने 3 फरवरी को धरना देने का ऐलान किया था।
मोहाली, 17 फरवरी: 13 नवंबर को बलौंगी के विजिंदर कुमार वाल्मीकि के इकलौते बेटे अरुण कुमार की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पीड़ित को इंसाफ दिलाने और फरार बस चालक को पकड़ने के लिए एससीबीसी महापंचायत पंजाब ने 3 फरवरी को धरना देने का ऐलान किया था।
लेकिन नवनियुक्त एसएचओ अमनदीप सिंह ने मौके का फायदा उठाते हुए 2 फरवरी को धरना स्थल पर पहुंचकर धरना दे रहे नेताओं से 15 दिन का समय मांगा। एसएचओ बलौंगी ने ईमानदारी और निष्ठा से काम करते हुए 10 दिन के अंदर बस चालक और बस को गिरफ्तार कर लिया। बेहतरीन पुलिस अधिकारियों और एससी बीसी मोर्चा के नेताओं ने बलौंगी थाने में जाकर एसएचओ अमनदीप सिंह को सिरोपा देकर सम्मानित किया और नेताओं ने उनकी पूरी टीम की तारीफ की।
इस अवसर पर मोर्चा अध्यक्ष बलविंदर सिंह कुंभा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अगर पुलिस चाहे तो कोई भी अपराधी बच नहीं सकता। उन्होंने कहा कि बलौंगी थाने के एसएचओ द्वारा की गई कार्रवाई की सभी मोहाली वासी प्रशंसा कर रहे हैं। जब भी कोई अधिकारी कोई सराहनीय कार्य करता है तो हमारा मोर्चा हमेशा उस अधिकारी को प्रोत्साहित करता है। मोर्चा नेताओं और पुलिस टीम की मेहनत ने एक गरीब व्यक्ति को न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। इस अवसर पर हेड कांस्टेबल गुलाब सिंह, हरनेक सिंह मलोआ, प्रिंसिपल बनवारी लाल, अध्यक्ष अजीत सिंह, सिमरनजीत सिंह शैंकी, सचिव परमिंदर सिंह, मनदीप सिंह, प्रो. गुलाब सिंह, मास्टर यादविंदर सिंह, वेजिंदर कुमार (पीड़ित) और परिवार विशेष रूप से मौजूद थे।
