
नेत्रदान सबसे बड़ा दान - डॉ. करण सैनी
होशियारपुर- नेत्रदान महादान है यह बात आज एसएमओ टांडा डॉ. करण कुमार सैनी ने कही जब वह अंधत्व जागरूकता माह अभियान का शुभारंभ कर रहे थे इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. करण कुमार सैनी ने कहा कि मृत्यु सत्य है और जीवन झूठ है जो व्यक्ति दुनिया में आया है उसे एक न एक दिन इस शरीर को छोड़ना ही पड़ता है इसलिए हर व्यक्ति को अपने जीवन में समाज के प्रति कुछ न कुछ ऐसा कार्य करना चाहिए जिससे लोग उसे याद रखें
होशियारपुर- नेत्रदान महादान है यह बात आज एसएमओ टांडा डॉ. करण कुमार सैनी ने कही जब वह अंधत्व जागरूकता माह अभियान का शुभारंभ कर रहे थे इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. करण कुमार सैनी ने कहा कि मृत्यु सत्य है और जीवन झूठ है जो व्यक्ति दुनिया में आया है उसे एक न एक दिन इस शरीर को छोड़ना ही पड़ता है इसलिए हर व्यक्ति को अपने जीवन में समाज के प्रति कुछ न कुछ ऐसा कार्य करना चाहिए जिससे लोग उसे याद रखें
इस मौके पर उनके साथ डोनर प्रभारी टांडा स्टेट अवार्डी भाई बरिंदर सिंह मसीती भी मौजूद थे। डॉ. सैनी ने आगे बताया कि हर व्यक्ति को जीवित रहते हुए रक्तदान करना चाहिए और मरने के बाद शरीर और आंखें दान करनी चाहिए। ताकि जरूरतमंद लोगों की जान बचाई जा सके उन्होंने कहा कि नेत्रदान करने से एक साथ दो लोगों की जिंदगी रोशन हो सकती है.
इस मौके पर बोलते हुए स्टेट अवार्डी भाई मसीती ने कहा कि नेत्रदान संस्था होशियारपुर और रोटरी क्लब होशियारपुर इन आंखों को नेत्रहीन लोगों को मुफ्त में दान करते हैं। उन्होंने कहा कि मृत व्यक्ति की आंखें मृत्यु के चार से छह घंटे के भीतर दान की जा सकती हैं।
कोई भी दृष्टिबाधित व्यक्ति आंख की पुतली के निःशुल्क ऑपरेशन के लिए उपरोक्त दोनों संस्थानों से संपर्क कर सकता है। इस अवसर पर डॉ. दीपक, डॉ. शगुन, डॉ. रुचिता गुप्ता एवं अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
