सीएम की योगशाला में हर उम्र के लोग हिस्सा ले रहे हैं-एसडीएम अमित गुप्ता

डेराबसी (साहिबजादा अजीत सिंह नगर), 11 नवंबर, 2024: जिले में सीएम की योगशाला सफलतापूर्वक लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित कर रही है। इसका लाभ हर आयु वर्ग के लोगों को मिल रहा है। डेराबसी के एसडीएम अमित गुप्ता ने कहा कि जीरकपुर और डेराबसी में पिछले एक साल से अधिक समय से योग कक्षाएं संचालित की जा रही हैं, जिसमें बच्चे, बूढ़े और युवा सभी वर्ग के लोग भाग ले रहे हैं।

डेराबसी (साहिबजादा अजीत सिंह नगर), 11 नवंबर, 2024: जिले में सीएम की योगशाला सफलतापूर्वक लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित कर रही है। इसका लाभ हर आयु वर्ग के लोगों को मिल रहा है। डेराबसी के एसडीएम अमित गुप्ता ने कहा कि जीरकपुर और डेराबसी में पिछले एक साल से अधिक समय से योग कक्षाएं संचालित की जा रही हैं, जिसमें बच्चे, बूढ़े और युवा सभी वर्ग के लोग भाग ले रहे हैं।
 उन्होंने बताया कि योग प्रशिक्षक गुरपरदीप कौर जीरकपुर में प्रतिदिन 6 योग कक्षाएं संचालित कर रही हैं। श्री कृष्णा होम्स, ढकोली, जीरकपुर में प्रथम श्रेणी सुबह 5.00 बजे से 6.00 बजे तक; रागलिया टावर, ढकोली, जीरकपुर में द्वितीय श्रेणी सुबह 6.05 से 7.05 बजे तक; तृतीय श्रेणी बसंत विहार चरण- I, पार्क ढकोली, जीरकपुर में सुबह 7.15 से 8.15 बजे तक; चौथी कक्षा बसंत विहार फेज-1 पार्क, ढकोली, जीरकपुर में सुबह 9.00 बजे से 10.00 बजे तक; 5वीं क्लास एयर फ़ोर्स इंकलेव, शिव मंदिर, ढकोली, जीरकपुर शाम 4.00 बजे से 5.00 बजे तक; और आखिरी क्लास कृष्णा एन्क्लेव, ब्लॉक बी एंड डी पार्क, ढकोली, जीरकपुर में शाम 5.05 बजे से शाम 6.05 बजे तक आयोजित की जाती है।
 ट्रेनर ने बताया कि जीरकपुर में आयोजित एक घंटे की योग कक्षाओं में लोगों को योग आसन से जोड़ों के दर्द, पीठ दर्द, सर्वाइकल और हाई ब्लड प्रेशर समेत कई शारीरिक बीमारियों से राहत मिली. उनके द्वारा शरीर को फिट रखने के लिए आवश्यक योगासन कराये जा रहे हैं।
 उन्होंने कहा कि योग शिविर में प्रतिभागियों को कुछ दैनिक योग आसनों के अलावा उनकी शारीरिक आवश्यकता के अनुसार विशेष आसन दिए जाते हैं।
इन शिविरों में भाग लेने वालों में से एक दैनिक प्रतिभागी कुर्ना डांगवान स्लिप डिस्क और पीठ दर्द से पीड़ित थे, जो अब 80 प्रतिशत ठीक हो गया है।
राम सिंह कुंडू प्रतिभागी को सर्वाइकल और अनिद्रा की समस्या थी, जो अब योगाभ्यास से ठीक हो गई है। इसी तरह शिविर में आने वाले कई लोगों को अवसाद, उच्च रक्तचाप, पीठ दर्द और अस्थमा से भी राहत मिली है। विभिन्न प्रतिभागियों का कहना है कि योग शिविरों ने उनकी दिनचर्या को पूरी तरह से बदल दिया है और अब योग साधना उनके दैनिक जीवन का हिस्सा बन गया है।