पंजाब वन रक्षक प्रशिक्षण स्कूल में नशे और उसके उपचार पर जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई

होशियारपुर- कोमल मित्तल आईएएस माननीय डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर, डॉ. हरबंस कौर डिप्टी मेडिकल कमिश्नर होशियारपुर के आदेशानुसार वन एवं वन्य जीव सुरक्षा विभाग पंजाब के नेतृत्व में पंजाब वन रक्षक प्रशिक्षण स्कूल होशियारपुर में राजेश कुमार महाजन आईएफएस डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर होशियारपुर तथा स. गुरदीप सिंह फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर होशियारपुर और डॉ. महिमा मन्हास मेडिकल ऑफिसर जिला पुनर्वास केंद्र होशियारपुर की मौजूदगी में नशे और उसके उपचार पर जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई।

होशियारपुर- कोमल मित्तल आईएएस माननीय डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर, डॉ. हरबंस कौर डिप्टी मेडिकल कमिश्नर होशियारपुर के आदेशानुसार वन एवं वन्य जीव सुरक्षा विभाग पंजाब के नेतृत्व में पंजाब वन रक्षक प्रशिक्षण स्कूल होशियारपुर में राजेश कुमार महाजन आईएफएस डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर होशियारपुर तथा स. गुरदीप सिंह फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर होशियारपुर और डॉ. महिमा मन्हास मेडिकल ऑफिसर जिला पुनर्वास केंद्र होशियारपुर की मौजूदगी में नशे और उसके उपचार पर जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई। 
इस अवसर पर काउंसलर निशा रानी मैनेजर जिला नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र होशियारपुर ने संबोधित करते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार नशा एक मानसिक बीमारी है, जिसका इलाज सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में मुफ्त किया जाता है। उन्होंने नशे की लत के कारणों, लक्षणों और सहवर्ती बीमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर प्रशांत आदिया, काउंसलर जिला नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र होशियारपुर ने कहा कि जिला होशियारपुर में नशा मुक्ति केंद्र सिविल अस्पताल होशियारपुर और दसूहा में नशे की लत का इलाज मुफ्त किया जाता है।
 जिसमें पहले मरीज को 15-21 दिनों के लिए डिटॉक्स किया जाता है। इसके बाद मरीज को 90 दिनों के लिए सरकारी पुनर्वास केंद्र मोहल्ला फतेहगढ़ होशियारपुर में भर्ती कराया जाता है, जहां व्यक्तिगत काउंसलिंग, ग्रुप काउंसलिंग, आध्यात्मिक काउंसलिंग के साथ-साथ खेल और थेरेपी भी की जाती है। उन्होंने कहा कि नशे की लत के इलाज के साथ-साथ प्रमाणित कौशल विकास पाठ्यक्रम भी करवाए जाते हैं ताकि मरीज अपने पैरों पर खड़ा हो सके। 
इस अवसर पर डॉ. महिमा मन्हास मेडिकल अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पंजाब द्वारा नशे की लत का इलाज मुफ्त किया जाता है, अगर कोई भी मरीज इलाज के लिए आता है, तो नशा मुक्ति केंद्र उसे पूरा इलाज देने के लिए प्रतिबद्ध है।
 इस अवसर पर डॉ. हरबंस कौर डिप्टी मेडिकल कमिश्नर होशियारपुर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पंजाब और श्रीमती कोमल मित्तल आईएएस डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर के प्रयासों से मरीजों को अपने पैरों पर खड़ा करने में मदद करने के लिए केंद्र में व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी चलाए जाते हैं, जो मरीजों के पुनर्वास के लिए एक अच्छा मंच साबित होगा। इस अवसर पर सभी मोहरा और कर्मचारी मौजूद थे।