
वाटरशेड यात्रा के माध्यम से किसान जागरूकता शिविरों की श्रृंखला की शुरुआत
साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 5 फरवरी, 2025: मृदा एवं जल संरक्षण विभाग पंजाब ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना - वाटरशेड विकास खंड के तहत वाटरशेड विकास गतिविधियों के बारे में आम नागरिकों और किसानों में जागरूकता पैदा करने के लिए वाटरशेड यात्रा के राष्ट्रीय स्तर के उद्घाटन के साथ-साथ आज पंजाब में राज्य स्तरीय उद्घाटन समारोह का आयोजन गांव सुंक माजरी, जिला एसएएस नगर में किया।
साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 5 फरवरी, 2025: मृदा एवं जल संरक्षण विभाग पंजाब ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना - वाटरशेड विकास खंड के तहत वाटरशेड विकास गतिविधियों के बारे में आम नागरिकों और किसानों में जागरूकता पैदा करने के लिए वाटरशेड यात्रा के राष्ट्रीय स्तर के उद्घाटन के साथ-साथ आज पंजाब में राज्य स्तरीय उद्घाटन समारोह का आयोजन गांव सुंक माजरी, जिला एसएएस नगर में किया।
इस समारोह के दौरान राष्ट्रीय स्तर की वाटरशेड यात्रा अभियान के शुभारंभ का सीधा प्रसारण भी दिखाया गया। इसके साथ ही विभाग ने राज्य स्तरीय वाटरशेड यात्रा अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान में विभाग के अलावा ग्रामीण विकास एवं पंचायत, कृषि, बागवानी विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। इस अभियान में कंडी क्षेत्र के वाटरशेड परियोजनाओं में आने वाले गांवों के नागरिक, वाटरशेड कमेटियां और अन्य सदस्य, गांव के सरपंच, पंच और करीब 250 किसान भी शामिल हुए।
इस वाटरशेड समारोह की अध्यक्षता भूमि पाल मोहाली डॉ. सुखविंदर सिंह ने की जिन्होंने बताया कि वाटरशेड आधारित परियोजनाओं का उद्देश्य बहु-संसाधन प्रबंधन की एक साझा रणनीति अपनाकर पूरे क्षेत्र का व्यापक विकास करना है। जिसमें प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन से लेकर आजीविका सृजन के साथ-साथ कृषि उत्पादन में सुधार लाने जैसे कार्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वाटरशेड आधारित कार्यक्रम के तहत 28,800 हेक्टेयर क्षेत्र में 80.80 करोड़ रुपये की कुल लागत से 7 परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं, जिससे राज्य के 5 जिलों के 157 गांव लाभान्वित होंगे।
इस अवसर पर विभाग के अधिकारियों ने वाटरशेड योजना की गतिविधियों की जानकारी दी और भूमि व जल के अनमोल संसाधनों के संरक्षण के लिए प्रेरित किया। इस दौरान वाटरशेड विकास के महत्व को दर्शाते हुए एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया। समारोह के दौरान उपस्थित सभी लोगों ने भूमि व जल संरक्षण संबंधी शपथ ली और गांव में फलदार पौधे भी लगाए गए। भूमि एवं जल संरक्षण विभाग द्वारा वाटरशेड योजना के तहत तैयार की गई परियोजनाओं को वाटरशेड कमेटी व ग्रामीणों को सौंपा गया और नई परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई।
इस अवसर पर मुख्य कार्यालय से श्री केशव कुमार मंडल मृदा संरक्षण अधिकारी (इंजी.), मंडल मृदा संरक्षण अधिकारी मोहाली श्री जतिंदर सिंह, जिला परिषद के डिप्टी सीईओ रंजीत सिंह, उप मंडल मृदा संरक्षण अधिकारी मोहाली श्रीमती नीतू मिन्हास, मृदा संरक्षण अधिकारी अनिल बाना तथा अमनदीप कौर उपस्थित थे। इसके अलावा कृषि विभाग की कृषि अधिकारी श्रीमती रमनप्रीत कौर तथा बागवानी विभाग से बागवानी अधिकारी श्रीमती कमलप्रीत कौर द्वारा कृषि एवं बागवानी विभाग की किसान कल्याण योजनाओं की जानकारी भी दी गई।
