
16 को गिद्दड़वाहा में फ्लैग मार्च करके पंजाब सरकार के लिखित वादों की खोलेंगे पोल:-कंप्यूटर टीचर्स यूनियन पंजाब
नवांशहर: जिला शहीद भगत सिंह नगर की एक अहम बैठक राज्य संयुक्त सचिव राजविंदर लक्खा और जिला अध्यक्ष हरजिंदर सिंह के नेतृत्व में हुई| जिसमें सभी जिलों से बड़ी संख्या में कंप्यूटर शिक्षक शामिल हुए जिला प्रधान हरजिंदर सिंह ने 16 नवंबर को गिद्दड़वाहा में होने वाले फ्लैग मार्च के लिए जानकारी साझा करते हुए कहा कि
नवांशहर: जिला शहीद भगत सिंह नगर की एक अहम बैठक राज्य संयुक्त सचिव राजविंदर लक्खा और जिला अध्यक्ष हरजिंदर सिंह के नेतृत्व में हुई| जिसमें सभी जिलों से बड़ी संख्या में कंप्यूटर शिक्षक शामिल हुए जिला प्रधान हरजिंदर सिंह ने 16 नवंबर को गिद्दड़वाहा में होने वाले फ्लैग मार्च के लिए जानकारी साझा करते हुए कहा कि कंप्यूटर टीचर्स यूनियन पंजाब के बैनर तले प्रदेश अध्यक्ष गुरविंदर सिंह तरनतारन के नेतृत्व में पंजाब सरकार के कंप्यूटर शिक्षकों से किए गए लिखित वादों और घोषणाओं को लागू करने से बचने की आम आदमी पार्टी की नीति के खिलाफ किए जा रहे फ्लैग मार्च की श्रृंखला के तहत 16 नवंबर को गिद्दड़वाहा में बड़ी संख्या में चुनावी रैलियां कर आम जनता के बीच प्रचार किया जाएगा।
क्योंकि जुलाई 2011 को माननीय राज्यपाल पंजाब की अधिसूचना के अनुसार शिक्षा विभाग के अंतर्गत गठित पिक्ट्स सोसायटी में तत्कालीन सरकार ने पंजाब सिविल सेवा सेवाओं के तहत कंप्यूटर शिक्षकों को नियमित कर दिया था। लेकिन आज तक यह अधिसूचना कंप्यूटर शिक्षकों पर पूरी तरह से लागू नहीं हो पाई है। सत्ता में आने से पहले भगवंत मान सरकार के विधायक, मंत्री और सुप्रीमो अरविंदर केजरीवाल ने संगठन के धरने में किए ये वादे पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही कंप्यूटर शिक्षकों को शिक्षा विभाग में मर्ज कर दिया जाएगा; वहीं आम आदमी पार्टी ने भी इसे अपने घोषणापत्र में लिखित गारंटी के तौर पर शामिल किया. हालांकि, 15 सितंबर 2022 को शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कई बार अखबारों, सोशल मीडिया और आम आदमी पार्टी के विभिन्न मंचों पर दिवाली के मौके पर कंप्यूटर शिक्षकों को लाभ देने की घोषणा की थी, जो सिर्फ घोषणा बनकर रह गई जिसे आज तक व्यवहारिक रूप से लागू नहीं किया जा सका है। गौरतलब है कि पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस, वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और पंजाब सरकार की सब-कमेटी के साथ 55 से ज्यादा बैठकें करने के बाद भी कंप्यूटर शिक्षकों की जायज और लंबित मांगों का समाधान नहीं हो रहा है.
संगठन के नेताओं ने बताया कि कंप्यूटर शिक्षकों का छठा वेतन आयोग, महंगाई भत्ता, एसीपी और अन्य वित्तीय लाभ जबरन रोके गए हैं, जिन्हें तुरंत लागू किया जाना चाहिए, जबकि पंजाब के अन्य सभी कर्मचारियों को उपरोक्त लाभ दिया जा चुका है, लेकिन कंप्यूटर शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. कंप्यूटर शिक्षकों की हालत इतनी दयनीय है कि कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान कोरोना से मौत हो गई; शिक्षकों के परिवार को नौकरी तो क्या देनी थी, उन्होंने अपने एक भी आश्रित को आर्थिक मदद नहीं की और अलग-अलग अवधि में करीब 100 कंप्यूटर शिक्षक इस नश्वर दुनिया को अलविदा कह गये. जिसके कारण उनके आश्रित सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं. प्रदर्शन के दौरान लोगों के बीच 19 साल से हो रहे शोषण का प्रचार किया जाएगा और रैली के दौरान पंजाब सरकार के इस पहलू को आम लोगों के सामने उजागर किया जाएगा और कंप्यूटर शिक्षक विरोधी पंजाब सरकार का चेहरा पेश किया जाएगा।
अगर कंप्यूटर अध्यापकों के मसले जल्द हल नहीं किए गए तो आने वाले दिनों में पंजाब के विधायकों, मंत्रियों और मुख्यमंत्री का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी।
