
सीबीआई ने 183 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर को किया गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
नई दिल्ली, 21 जून- केंद्रीय जांच ब्यूरो ने 183.21 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी से जुड़े वित्तीय धोखाधड़ी मामले में पंजाब नेशनल बैंक के एक वरिष्ठ प्रबंधक समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई इंदौर स्थित कंपनी और मध्य प्रदेश जल निगम लिमिटेड (एमपीजेएनएल) से जुड़े घोटाले के सिलसिले में की गई है।
नई दिल्ली, 21 जून- केंद्रीय जांच ब्यूरो ने 183.21 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी से जुड़े वित्तीय धोखाधड़ी मामले में पंजाब नेशनल बैंक के एक वरिष्ठ प्रबंधक समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई इंदौर स्थित कंपनी और मध्य प्रदेश जल निगम लिमिटेड (एमपीजेएनएल) से जुड़े घोटाले के सिलसिले में की गई है।
सीबीआई के मुताबिक इंदौर स्थित एक कंपनी ने वर्ष 2023 में पीएनबी द्वारा कथित तौर पर जारी आठ फर्जी बैंक गारंटी जमा करके एमपीजेएनएल से तीन बड़े सिंचाई ठेके हासिल किए थे। इसकी कुल कीमत 974 लाख रुपये है।
प्रोजेक्ट हासिल करने के लिए कंपनी ने कुल 183.21 करोड़ रुपये की आठ फर्जी बैंक गारंटी जमा की। सत्यापन प्रक्रिया के दौरान एमपीजेएनएल को पीएनबी के आधिकारिक डोमेन से गारंटी की पुष्टि के संबंध में ईमेल प्राप्त हुए, जिसके आधार पर एमपीजेएनएल ने ठेके मंजूर किए।
हालांकि बाद में ये फर्जी पाए गए।
धोखाधड़ी का मामला सामने आने के बाद मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने कार्रवाई शुरू की। इसके तहत 19 और 20 जून को जांच एजेंसी ने नई दिल्ली, पश्चिम बंगाल, गुजरात, झारखंड और मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों में 23 ठिकानों पर छापेमारी की।
इस छापेमारी के दौरान कोलकाता से पंजाब नेशनल बैंक के एक सीनियर मैनेजर समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। दोनों को पहले कोलकाता की एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया और अब उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर इंदौर लाया जा रहा है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि पूरे मामले में कोलकाता का एक गिरोह शामिल है, जो कई अन्य राज्यों में सरकारी ठेके दिलाने के लिए फर्जी बैंक गारंटी बनाने और बांटने में भी शामिल है। मामले की जांच अभी जारी है।
